भोपाल / मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के अपनी ही पार्टी की पूर्व महिला नेता और मंत्री इमरती देवी को “आइटम” कहे जाने से बवाल मच गया है | एक चुनावी सभा में कमलनाथ ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुई मंत्री इमरती देवी को “आइटम” कहकर सम्बोधित किया था | इसेक बाद ऐसा राजनैतिक बवाल मचा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौन धरने पर बैठ गए है | उनके मुताबिक यह मामला महिलाओं के आत्म सम्मान से जुड़ा है | सीएम शिवराज के साथ उनकी कैबिनेट के मंत्री और अन्य भाजपा नेता भी धरने पर बैठे हुए हैं। वहीं, इंदौर में भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ के बयान को लेकर धरना दिया है। धरने पर बैठते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ की टिप्पणी बेहद अपमानजनक है और वो महिलाओं का ऐसा अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उधर उपचुनाव में दांव आजमा रही मंत्री इमरती देवी भी रो-रो कर कमलनाथ से माफ़ी मांगने की अपील कर रही है | उन्होंने कमलनाथ के खिलाफ FIR दर्ज कराने की बात कहते हुए यह भी आरोप लगाया कि कमलनाथ मुख्यमंत्री की कुर्सी में बैठने के बाद महिलाओं का सम्मान करना भूल गए थे | वे अपने सामने महिलाओं को कुर्सी में बैठने तक की इजाजत तक नहीं देते थे | कुछ वर्ष पूर्व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कमलनाथ के करीबी दिग्विजय सिंह ने एक महिला नेता को “टंच माल” कहकर सम्बोधित किया था | उनके इस बयान पर भी काफी बवाल मचा था | फ़िलहाल राज्य की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है |
सिंधिया के वफादार समर्थकों में गिनी जाने वाली इमरती देवी कांग्रेस के उन 22 विधायकों में से एक हैं, जिनके विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार 20 मार्च को गिर गई थी | इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आई थी. इमरती देवी आसन्न विधानसभा उपचुनावों में ग्वालियर जिले की डबरा सीट से भाजपा की उम्मीदवार हैं |