*रायपुर*। छत्तीसगढ़ के सुपर सीएम रहे अनिल टुटेजा को गिरफ्तार कर रायपुर की JMFC अदालत में रविवार को पेश किया गया। इस दौरान ED ने कोर्ट में टुटेजा को शराब घोटाले का किंगपिन करार दिया है। राज्य के 2200 करोड़ के शराब घोटाले में ED ने शनिवार देर शाम टुटेजा पिता पुत्र को अपनी हिरासत में लिया था
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हालाकि पूछताछ के बाद रविवार तड़के अनिल टुटेजा के पुत्र यश टुटेजा को ED ने छोड़ दिया। जबकि अनिल टुटेजा के खिलाफ नई ECIR के तहत गिरफ्तारी की गई है। बताते हैं कि यश टुटेजा को विवेचना में सहायता करने की हिदायत देकर छोड़ा गया है। रविवार को आरोपी अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी और रिमांड को लेकर कोर्ट में ED और बचाव पक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक हुई।
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ED की ओर से कोर्ट को बताया गया कि आरोपी अनिल टुटेजा और तत्कालीन आबकारी सचिव अरुणपति त्रिपाठी “किंगपिन” के रूप में शराब घोटाले को अंजाम दे रहे थे। उसके मुताबिक सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने के लिए आरोपियों ने दो तरह के होलोग्राम छपवाए थे।
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इसमें असली होलोग्राम से होने वाली शराब की बिक्री का राजस्व सरकारी खातों में जमा होता था, जबकि नकली होलोग्राम से अर्जित होने वाली आय सीधे आरोपियों के हाथों में पहुंचती थी। इससे साल दर साल राज्य सरकार को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा है। ED ने आरोपी टुटेजा की 14 दिनों की रिमांड मांगी थी।
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उधर ED के आरोपों का जवाब देते हुए बचाव पक्ष ने आरोपी टुटेजा की गिरफ्तारी का विरोध किया। बचाव पक्ष ने कोर्ट को बताया कि जिस आरोप में ED ने टुटेजा को गिरफ्तार किया है, उसी आरोप के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने शराब घोटाले में दर्ज ED की ECIR को ही खारिज कर दिया था। बचाव पक्ष ने दलील दी की ED की नई ECIR में भी कोई दम नही है, पुराने तथ्यों और विवेचना को जस के तस नई ECIR में शामिल कर लिया गया है। यह सुप्रीम कोर्ट के पूर्व के आदेश का उल्लघंन है। बचाव पक्ष ने मामले की सुनवाई को लेकर JMFC कोर्ट के अधिकारों को लेकर भी सवालिया निशान उठाए।
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हालाकि दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने अपना फैसला भी सुना दिया है। उसने आरोपी अनिल टुटेजा की 1 दिन की ज्यूडिशियल रिमांड स्वीकृत कर ली है। बताया जाता है कि सोमवार को आरोपी टुटेजा को रायपुर की PMLA कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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गौरतलब है कि शनिवार सुबह टुटेजा पिता पुत्र EOW में अपना बयान दर्ज कराने के लिए उपस्थित हुए थे। सूत्रों के मुताबिक इसी दिन शाम लगभग 5 बजे ED ने EOW दफ्तर में दस्तक देकर टुटेजा पिता पुत्र दोनों को समन तामिल कराया और अपनी हिरासत में ले लिया था।
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हालाकि रविवार सुबह यश टुटेजा को छोड़ दिया गया, जबकि अनिल टुटेजा ED के हत्थे चढ़ गए। अदालत में ED की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता सौरभ पाण्डेय और बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता फरहान ने पैरवी की, फिलहाल अदालती कार्यवाही खत्म होते ही ED ने आरोपी टुटेजा को पुनः अपने कब्जे में ले लिया है। उधर EOW से मिली जानकारी के मुताबिक शराब घोटाले में कई और संदेहियों की गिरफ्तारी हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक ED की नई ECIR में लगभग 70 आरोपियों के नाम दर्ज किए गए हैं।