अंबिकापुर : छत्तीसगढ़ में स्वास्थ मंत्री TS सिंहदेव का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव से पहले वे अपने भविष्य के बारे में कोई निर्णंय लेंगे। यह बयान उस समय आया है जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनका कार्यालय भ्रष्टाचार के आरोपों से बूरी तरह घिरा हुआ है। सूरजपुर में विकास प्राधिकरण की बैठक में शामिल होने पहुंचे TS सिंहदेव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ”चुनाव से पहले अपने भविष्य के बारे में कुछ निर्णय लूंगा, अभी मैने कुछ सोचा नहीं है, उसके बाद ही कार्यकर्ताओं से कुछ कह पाउँगा। छत्तीसगढ़ में सत्ता में आने से पूर्व TS सिंहदेव ने जी तोड़ मेहनत की थी। उनकी अगुवाई में कांग्रेस पार्टी का घोषणा पत्र तैयार किया गया था।
बताते है कि पार्टी में ”ढाई – ढाई” साल के मुख्यमंत्री के फार्मूले पर सहमति बनी थी। लेकिन भूपेश बघेल के पहले टर्म में मुख्यमंत्री की कुर्सी में बैठने के बाद इस फॉर्मूले पर अमल नहीं हो पाया। हालांकि कांग्रेस आलाकमान की ओर से कभी भी इस फार्मूले को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया। अपितु प्रदेश कांग्रेस और प्रदेश प्रभारी वरिष्ठ नेताओं ने ऐसे किसी भी फार्मूले के अस्तित्व में होने से इंकार किया।
प्रदेश में समय – समय पर TS सिंहदेव भी इस मामले में खुलकर सामने नहीं आए। उन्होंने कई मौकों पर इस मामले को पार्टी का अंदरूनी मामला बताया था। वे इस फार्मूले को लेकर अक्सर गोल – मोल जवाब भी देते रहे। लेकिन कई मौकों पर उनकी नाराजगी भी सामने आई। बताते है कि आदिवासी समुदाय में सिंहदेव की अच्छी – खासी पैठ है। उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान कई कांग्रेस प्रत्याशियों की भारी मदद की थी। इस मदद से वे चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
कैबिनेट मंत्री सिंहदेव ने लगभग सालभर पहले पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान वे मुख्यमंत्री और सरकार की कार्यप्रणाली से काफी आहत नजर आ रहे थे। राजनीति में साफ़गोई के लिए जाने – पहचाने जाने वाले TS सिंहदेव का ताजा बयान कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी बताई जाती है। कई नेताओं का मानना है कि जब पार्टी आलाकमान ही अपने वादों से मुकर जाये तो जमीनी नेताओं को नई राह तलाशनी होती है। फिलहाल सिंहदेव का यह बयान बीजेपी और आप पार्टी के गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। देखे वीडियो