
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल (2019-2022) के दौरान सामने आए 540 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब खुद विवादों में फंस गई है। कांग्रेस नेता हेमंत चंद्राकर ने आरोप लगाया कि पूछताछ के दौरान उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी गई और राजनीतिक नेताओं के खिलाफ जबरन बयान देने के लिए मजबूर किया गया।
हेमंत चंद्राकर को 29 सितंबर को रायपुर के सुभाष स्टेडियम स्थित ईडी कार्यालय बुलाया गया। उन्होंने बताया कि सुबह 10:30 बजे से रात 8:30 बजे तक उनसे लगातार पूछताछ हुई। इसके बाद उन्होंने सीधे कोतवाली थाना जाकर दो पन्नों की लिखित शिकायत दर्ज कराई।
चंद्राकर का आरोप है कि ईडी के डिप्टी डायरेक्टर नीरज सिंह ने उनसे कहा कि वे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कारोबारी विजय भाटिया, होटल व्यवसायी मंदीप चावला समेत अन्य कई लोगों के नाम लें और उन्हें शराब घोटाले में कमीशन देने का बयान दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कोई गैरकानूनी काम नहीं किया और परिवार को जेल में डालने की धमकी दी गई।
सोशल मीडिया पर हेमंत चंद्राकर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे रोते हुए कहते हैं कि उन्होंने किसी से कोई पैसा नहीं लिया और अगर कुछ गलत हुआ है तो जेल भेज दें।