अकबर-बीरबल का नया कारनामा , रायपुर में विवादित जमीन पर बने क्वींस क्लब कांड के आरोपियों को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड का नया पैतरा , 45 लाख की लागत से निजी भूमि स्वामी की जमीन पर सड़क बनाने की तैयारी , फिर पुलिस और अदालत के नाक में दम करेंगे भ्रष्ट्र अफसर , पढ़े दस्तावेजी रिपोर्ट  

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रायपुर / एक  के बाद एक विवादित फैसलों से छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड में भ्रष्ट्राचार की लहलहाती फसल को हरा-भरा बनाने में जुटी अकबर-बीरबल की टीम का नया कारनामा सामने आया है | इस टीम ने अब 45 लाख रूपये की मंजूरी लेकर निजी जमीन पर सड़क निर्माण का फैसला किया है | निजी व्यक्ति से गैरकानूनी रूप से जमीन की अदला-बदली कर छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के भ्रष्ट्र अफसरों ने अपनी खाल बचाने के लिए फिर एक नए अपराध की आधारशिला रखी है |अब 45 लाख रूपये की लागत से क्वींस क्लब के बाजू से विधायक कॉलोनी की आवाजाही के लिए नया रास्ता बनाया जायेगा | इसका मकसद उस जमीन की अदला-बदली के गैरकानूनी काम पर पर्दा डालना है , जिसके चलते अतिरिक्त कमिश्नर  एचके वर्मा और उसकी टोली के गैर क़ानूनी कार्यों पर पर्दा डाला जा सके | 

अफसरों ने वीआईपी रोड स्थित निजी जमीन की अदला-बदली कर उसमे जो क्वींस क्लब निर्मित किया है , अतिरिक्त कमिश्नर  एचके वर्मा के खिलाफ इसी जमीन की अदला-बदली के मामले में 420 सी समेत अन्य धाराओं में रायपुर के तेलीबांधा थाने में अपराध दर्ज है | इस मामले में आरोपी वर्मा की जमानत हाईकोट से ख़ारिज हो चुकी है | इस अफसर पर गिरफ्तारी की लटकती तलवार की धार कम करने के लिए अकबर-बीरबल ने नया दांव खेला है | बताया जाता है कि  एक नेता जी के अजगर को इन्ही अफसरों ने पिछले 15 सालों से संरक्षण दिया हुआ था | लिहाजा भ्रष्ट्र अफसरों को बचाने के लिए अकबर-बीरबल ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है | यह दावा और कोई नहीं बल्कि विवादों में घिरे अफसर खुद कर रहे है | उनका दावा है कि यदि उनकी गिरफ्तारी हुई तो अजगर की खुराक की असलियत सामने ला देंगे | 

उधर इस बात को लेकर खलबली मची है कि क्वींस क्लब निर्माण का विवाद अदालत में है | इस मामले में जमीन की गैरकानूनी ढंग से की गई अदला-बदली को लेकर अतिरिक्त कमिश्नर एचके वर्मा और उनकी टोली कटघरे में है | मामला अदालत में लंबित है |  इन सबके बावजूद निजी जमीन पर 45 लाख खर्च कर सड़क निर्माण करना भी गैरकानूनी कृत्य साबित होगा | लेकिन तम्मा नियमों को दरकिनार कर अकबर-बीरबल की जोड़ी ने विवादित भूमि पर सड़क निर्माण का फैसला कर एक और नया विवाद छेड़ दिया है | उधर कई आरटीआई कार्यकर्ता अकबर-बीरबल समेत छत्तीसगढ़ हाऊसिंग  बोर्ड के भ्रष्ट्र अफसरों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई किये जाने को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है | उनकी दलील है कि किसी निजी भूमि स्वामी की जमीन की गैरकानूनी अदला-बदली के बावजूद सड़क निर्माण करने का आखिर औचित्य क्या है ? आरटीआई कार्यकर्ताओं ने मामले की जुडिशियल जांच की मांग को लेकर अपनी आवाज उठाई है |