रायपुर / छत्तीसगढ़ में चल रहे IT-ED के छापों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल के साथियों ने राजयपाल अनुसईया उईके से मुलाकात कर अपनी नाराजगी जाहिर की है | नेताओं ने उन्हें एक ज्ञापन भी सौपा है | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि ये राजनीतिक बदले की कार्रवाई है, राज्य को अस्थिर करने की कोशिश है।
राजभवन में प्रतिनिधि मडंल ने करीब 15 मिनट की मुलाकात में अपना पक्ष रखा | ज्ञापन सौंपने के बाद कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि राज्यपाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कैबिनेट मंत्रियों को आश्वस्त किया कि इस संदर्भ में वो तुरंत ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत करायेंगी।
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रविंद्र चौबे ने यह भी कहा कि प्रदेश में 36 घंटे से भी ज्यादा वक्त से छापेमार कार्रवाई चल रही है | लेकिन राज्य सरकार को किसी तरह की सूचना नहीं दी गयी है | यहां तक की स्थानीय पुलिस को भी दूर रखा गया | उन्होंने कहा कि हमने कार्रवाई के लिए कभी नहीं रोका है, पहले भी कितनी कार्रवाईयां हुई है | लेकिन एसपी को सूचना दे दी जाती थी, उनसे पुलिस फोर्स मांग ली जाती थी | लेकिन इस बार जैसी कार्रवाई हुई है, बाहर से पुलिस फोर्स मंगाकर जिस तरह से कार्रवाई की जा रही है, किसी को कोई सूचना नहीं दी जा रही है | छापामार कार्रवाई को उन्होंने प्रदेश की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश बताया है |
उधर तमाम 32 ठिकानों के अलावा अन्य लगभग पांच नए ठिकानों पर आयकर ईडी और CRPF के दस्ते ने डेरा डाला हुआ है | बताया जाता है कि मुख्यमंत्री की OSD सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित आवास पर ताला लटका है | वही दूसरी ओर उनके आवास के सामने और परिसर के भीतर आईटी और CRFP की टीम उनकी राह तक रही है | मकान में ताला लटके रहने के कारण फ़िलहाल यहां पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई है | जबकि पूर्ववर्ती सात प्रभावशील लोगों के ठिकानों पर शुक्रवार रात भी छापामार कार्रवाई जारी है |