रायपुर / छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अधिकारी मुकेश गुप्ता की अवैध सम्पतियों का अधिकृत ब्यौरा अब सामने आने लगा है | बता दे कि इस कुख्यात अधिकारी ने कई पुलिस कर्मियों के नाम पर चल और अचल सम्पति इक्क्ठा की है | लगता है कि इस अफसर ने पुलिस की वर्दी पहन कर आम जनता के साथ लूटपाट करने में कोई कसार बाकि नहीं छोड़ी थी | अपनी गैर क़ानूनी कार्यप्रणाली के चलते आरोपी मुकेश गुप्ता ने छत्तीसगढ़ के अलावा कई राज्यों में ब्लैक मनी खपाई | रायपुर में एमजीएस ट्रस्ट ही अरबो का है | बताया जाता है कि अपने पिता के नाम से इस ट्रस्ट का गठन कर इस कुख्यात अधिकारी ने शराब, कोयला, लोहा और खनिज माफियाओ से चेक के जरिये लाखो रुपए दान में लिए थे | आज यह ट्रस्ट छत्तीसगढ़ का बड़ा मनी लॉन्ड्रिंग सेंट्रर के रूप में जाना पहचाना जाता है | जानकारी के मुताबिक उधोगपतियों, व्यापारियों, अफसरों और काले कारोबार से जुड़े कई लोगो के फ़ोन ट्रेक कर मुकेश गुप्ता ने अपने पद और वर्दी का इतना दुरु उपयोग किया कि उसके खिलाफ दर्जनों मामलों की जांच जारी है | पुलिस की वर्दी पहन कर दिन रात जनता की गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ करने वाले इस कुख्यात अफसर के गिरोह के सदस्यों की सम्पतियाँ अब जनता के सामने आ रही है | बताया जाता है कि सूबेदार रेखा नायर के नाम दर्ज सम्पति, एक ट्रेलर मात्र है | अभी तो चल अचल ब्लैक मनी की फिल्म आना बाकि है |
छत्तीसगढ़ के राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने सूबेदार रेखा नायर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच पूरी कर ली है | ब्यूरो ने इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप कर चालान पेश करने की अनुमति मांगी हैं | बताया जाता है कि रेखा और उसके परिवार वालों की चल -अचल संपत्ति की जाँच कर उसका मूल्यांकन भी कर लिया गया है | उनके पास आय से कई गुना अधिक संपत्ति है | इसमें जमीन -मकान ,फ़्लैट ,कृषि भूमि और ज्वेलरी शामिल है | तलाशी के दौरान उनके घर से मिले दस्तावेजों का परीक्षण करने के बाद विधि विशेषज्ञों का सलाह पर फाइनल रिपोर्ट EOW ने तैयार की है | बताया जाता है कि इस रिपोर्ट के परिक्षण के उपरांत राज्य सरकार EOW को आगे की कार्रवाई के लिए निर्देशित करेगी | जानकारी के मुताबिक शासन से हरी झंडी मिलते ही स्पेशल कोर्ट में चालान पेश किया जाएगा |
छत्तीसगढ़ के तत्कालीन एड़ीजी मुकेश गुप्ता के अधीनस्त सूबेदार रेखा नायर के खिलाफ अप्रैल 2019 में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था | इस मामले में उसकी बहन राजी प्रसा, मां गौरी कुट्टी अम्मा और पिता रमाकांत के अलग अलग बयान लिए गए थे | यह भी पता चला कि सूबेदार रेखा नायर के परिवार की आर्थिक स्थिति कुख्यात आरोपी मुकेश गुप्ता के संपर्क में आने से पूर्व काफी कमजोर थी | लेकिन चंद वर्षों में ही इस परिवार के प्रत्येक सदस्यों के नाम से करोडो रुपए की चल अचल संपत्ति खरीदी गई | ब्लैकमनी से खरीदी गई इस संपत्ति को वाइट करार देने के लिए आयकर विभाग की विवरणी में भी फर्जी जानकारी दर्ज की गई थी | फ़िलहाल डकैत एडीजी मुकेश गुप्ता की असलियत अदालत के समक्ष भी रखी जाएगी |