छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव का सेक्स सीडी कांड नए मोड़ में, पहचानी गई डर्टी पिक्चर की हिरोइन ? हीरो के भी जल्द बेनकाब होने के आसार, जांच में जुटी पुलिस को फ्री हैंड, बगैर राजनैतिक दबाव के आगे बढ़ रही जांच…..

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रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजनीति में डर्टी पिक्चर सुर्ख़ियों में है। अब उनके किरदार भी सामने आने लगे है। मौज मस्ती की इस रंगीन दुनिया में नेता नगरी की चहल – कदमी चर्चा में है। इस बीच सूत्र तस्दीक कर रहे है कि सेक्स सीडी कांड की हिरोइन की पहचान हो गई है, उसने जो राज उगला है, वो हैरान करने वाला बताया जाता है। यह भी बताया जा रहा है कि एक राजनैतिक दल विशेष से संबद्ध शख्स ने उसे ‘हम बिस्तर’ होने के लिए अच्छी खासी कीमत भी अदा की थी। यह हिरोइन दुर्ग जिले के आस – पास आज भी नजर आ रही है। हालांकि पुलिस उस तक पहुँच पाई है, या नहीं इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है। सीडी में नजर आ रही युवती की पहचान पुलिस रिकॉर्ड में अभी भी अज्ञात ही दर्ज बताई जाती है। आखिर कौन है ? यह युवती, उसे किसने उस पुरुष के साथ संबंध स्थापित करने के लिए लालच दिया था, जो वीडियो में नजर आ रहा है ? सूत्रों के मुताबिक जांच में जुटी पुलिस की सक्रियता से सेक्स सीडी कांड की परते अब बाहर आने लगी है।

गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने पुलिस को भेजे शिकायती पत्र में साफ किया है कि उनके खिलाफ साजिश कर डर्टी पिक्चर वायरल की गई थी। लेकिन अब पीड़ित देवेंद्र यादव ने ही पुलिस और राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जानकारी के मुताबिक विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस जांच से ऐतराज क्यों है ? यह अब तक रहस्मय बना हुआ है। विधायक ने खुद आगे बढ़ कर सेक्स सीडी कांड की जांच एवं आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किये जाने को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को शिकायती पत्र सौंपा था। उनके पत्र को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए है। इसके तहत दुर्ग पुलिस ने विधायक यादव को तलब कर शिकायत से जुड़े तमाम तथ्यों का ब्यौरा इकट्ठा किया है। बताते है कि करीब 3 घंटे की पूछताछ के बाद देवेंद्र यादव भिलाई नगर थाने से बाहर निकले थे।

इस दौरान उनका रुख बदला हुआ था। बताते है कि थाने में दस्तक देते ही यादव ने ड्यूटी पर तैनात एक अधिकारी का पहले अभिवादन स्वीकार किया, फिर आदरपूर्वक कुर्सी पर भी बैठे। इस दौरान उनके लाव लश्कर में शामिल कई मीडिया कर्मियों ने मौके की वीडियो ग्राफ़ी भी की थी। लेकिन डर्टी पिक्चर को लेकर हुई पूछताछ के बाद जैसे ही यादव ने थाने से बाहर कदम रखा, उनके हाव – भाव बदले हुए थे। यादव ने सीधे तौर पर बीजेपी और गृह मंत्री पर निशाना साधा। ऐसे में पूछताछ में शामिल वे ‘सवाल’ सुर्ख़ियों में बताये जा रहे है, जो पुलिस टीम ने पीड़ित विधायक से पूछे थे। आखिरकार लगभग 3 घंटे तक यादव से हुई पूछताछ में पुलिस ने उनसे क्या पूछा ? इसे लेकर देवेंद्र यादव ने कोई खुलासा नहीं किया। एक ओर पुलिस पूछताछ के सवालों पर चुप्पी साधने वही दूसरी ओर बीजेपी और राज्य सरकार पर कड़े तेवर दिखाने का मामला भी गौरतलब बताया जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक पुलिस पूछताछ में विधायक जी से सम्मान पूर्वक व्यवहार किया गया था। विवेचना में शामिल वरिष्ठ अफसरों ने विधिक प्रक्रिया पूरी कराने के लिए शिकायतकर्ता से घटना के संबंध में विस्तृत चर्चा की है। यह भी विवेचना का हिस्सा बताया जा रहा है। बताते है कि वैधानिक प्रक्रिया में प्रारंभिक औपचारिकता ही निभाई गई थी। पुलिस ने विधायक से कोई ऐसे सवाल नहीं किये थे, जो गैर लाजिमी हो। यह भी बताया जाता है कि पूछताछ में संतोष जाहिर करने के उपरांत ही विधायक यादव, थाने से रुखसत हुए थे। उन्होंने बाहर आते ही बगैर समय गवाए बीजेपी और गृह मंत्री पर हमला बोला था। अब इस राजनैतिक हमले के मायने खोजे जा रहे है। बगैर कोई ठोस कारण और मुद्दे के यादव के राजनैतिक हमले की रणनीति पर मंथन का दौर भी जारी बताया जाता है।

बताते है कि डर्टी पिक्चर में नजर आ रही युवती और उसके साथ ‘हमबिस्तर’ पुरुष आपस में गहरे दोस्त भी हो सकते है। अब इस पुरुष की शिनाख्ती पर जोर दिया जा रहा है। अपराध शास्त्र के जानकारों के मुताबिक सेक्स सीडी कांड जैसे कई संवेदनशील मामलों में ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’ नजर आने के चलते पुलिस अक्सर बारीकी से मामलों की पड़ताल करती है। वे बताते है कि सोशल मीडिया में फर्जी वीडियो MMS और सेक्स कंटेंट की भरमार है, लेकिन डिजिटल क्राइम में आरोपियों के पकड़े जाने की सम्भावनाये भी काफी है, AI समेत नई तकनीक डिजिटल अपराधों की शिनाख्ती में कारगर साबित हो रही है। वे बताते है कि हाल ही में सीबीआई ने भी पूर्व मंत्री राजेश मूणत की फर्जी सीडी मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी उसी तकनीक से प्राप्त तथ्यों के आधार पर की थी।

इसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके रिश्तेदार विनोद वर्मा की शिनाख्ती के बाद जांच में कई प्रामाणिक सबूत भी एजेंसियों के हाथ लगे थे। उनके मुताबिक विधायक देवेंद्र यादव के मामले में भी कई परिस्थितिजन्य सबूत उनके इर्द – गिर्द ही बिखड़े पड़े है, सिर्फ कड़ियां भर जोड़नी है। आरोपियों का असली चेहरा – मोहरा सामने आना कोई कठिन कार्य नहीं है। क्राइम मामलों के जानकारों के मुताबिक देवेंद्र यादव सेक्स सीडी कांड में नजर आ रहे दोनों शख्स आपस में काफी घुले-मिले प्रतीत होते है। उनकी केमेस्ट्री बताती है कि वे एक दूसरे को लम्बे समय से जानते – पहचानते भी है।

यह भी बताया जा रहा है कि डर्टी पिक्चर में नजर आ रही युवती की हूबहू शक्ल वाली युवती इसके पूर्व पार्टी के कुछ कार्यक्रमों में भी दिखाई दी थी। वह रायपुर – दुर्ग में आयोजित कार्यक्रमों में एक स्थानीय नेता के साथ भी राजनैतिक गतिविधियों में हिस्सा लेते नजर आती थी। हालांकि जांच पड़ताल के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि उस युवती के तार सेक्स सीडी कांड से जुड़े हुए है या नहीं। फ़िलहाल पीड़ित विधायक देवेंद्र यादव न्याय के लिए बीजेपी सरकार के साथ दो – दो हाथ करने में जुटे हुए है। माना जा रहा है कि जल्द ही हकीकत भी सामने आ जाएगी।