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News Today Breaking: आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ भूपेश बघेल आएंगे छत्तीसगढ़,बा-अदब बामुलाहिजा होशियार जहाँपनाह आ रहे है…..

रायपुर /दिल्ली: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ भूपेश बघेल आज छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे। डॉक्टर बघेल इन दिनों कर्नाटक विधान सभा चुनाव में व्यस्त थे,यहां कांग्रेस का बैंक मजबूत कर बघेल ने अपनी वैधानिक जिम्मेदारी और पार्टी के लिए समर्पित कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन किया है। छत्तीसगढ़ की आमजनता कोल खनन परिवहन घोटाले और आबकारी घोटाले से दो-चार होते रही,वही दूसरी ओर सीएम बघेल हालात पर अपनी निगाहे पूरे समय गड़ाए रखी।

बताते है कि अपने कारोबारी साथी अनवर ढेबर की गिरफ़्तारी से बिफरे मुख्यमंत्री बघेल कर्नाटक चुनाव प्रचार से लौटते ही हाई लेवल बैठक कर सकते है। दरअसल,कर्नाटक विधान सभा चुनाव में 10 मई को होने वाले मतदान के लिए आज शाम 5 बजे चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। लिहाजा कानून का पालन करते हुए कांग्रेस पार्टी के इकलौते अंतराजीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी रायपुर पहुंचेंगे। 

बताते है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अक्सर कांग्रेस की जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए देश सेवा में जुटे है,देश के किसी भी राज्य में कांग्रेस के हिसाब-किताब की बागडोर पिछले पौने पांच सालो से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथो में है। छत्तीसगढ़ की जनता से ज्यादा चिंता प्रियंका-राहुल और सोनिया गाँधी की होने के चलते इस गरीब प्रदेश को कांग्रेस के बैनर तले कई बड़े घोटालो और आर्थिक अपराधों के दौर से गुजरना पड़ रहा है।

छत्तीसगढ़ की गरीब जनता की तिजोरी लूट रही है,वही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार का हनीमून पीरियड पौने पांच साल बाद भी ख़त्म नहीं हो पाया है। लोक तंत्र की सेवा में चुनावी राज्यों में कांग्रेस का हाथ, बघेल का साथ, जनता की तिजोरी साफ करने के वादे के साथ बघेल का रायपुर पुनर आगमन चर्चा में है। पिछले कई घंटो से मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन की राह तक रही जनता और नौकरशाही के लिए आज का दिन “फलदायी” बताया जाता है।   

न्यूज़ टुडे को मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक,कर्नाटक में तन मन और धन से सेवा करने के उपरांत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक बार फिर वही परम्परागत कार्य जारी रखेंगे,जो पिछले पौने पांच सालो से अंजाम दिया जा रहा है। ज़रा गौर से पहचानिए छत्तीसगढ़ के सबसे संवेदनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को,उनके विकास के मूलमंत्रों और जरुरतमंदो की खाली झोली ही नहीं उनकी गोद भरने वाले ऐसे प्रेरणाश्रोत मुख्यमंत्री से जिनके अथक प्रयासों से गली-कुचो में रहने वाले कई जरूरतमंद नि:संतान दम्पत्तियों से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ उपसचिव सौम्या चौरसिया तक की गोद तक खाली नहीं रही।

बताते है कि बघेल के मंगल चरण कई नि:संतान दम्पत्तियों और यौन रोगो से ग्रसित मरीजों के लिए भी संकट मोचक की तर्ज पर हिलोरे मार रहे है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की योजनाए कई हितग्राहियो की मन मांगी मुराद पूरी करने का नया इतिहास कायम कर रही है।

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महिला उत्थान की योजनाओ का लाभ जरुरतमंदो तक पहुँचाने के मामलों में,”सरकार” की मुख्यधारा में शामिल लोगो में कुछ प्रभावशील घर परिवार के सदस्यों के अलावा दो,IAS अधिकारी भी बताए जाते है। सरकार की योजनाओ का लाभ उठाने वाले तस्दीक कर रहे है कि देश के सर्वोच्च दानवीर ह्रदय सम्राट मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जनता की भलाई के लिए अपना सर्वस्व निछावर कर रहे है।

जरूरतमंद लोगो के मुताबिक छत्तीसगढ़ शासन की स्वास्थ्य एवं मातृत्व योजनाए प्रगति पर है। छत्तीसगढ़ कौशल्या मातृत्व योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों को लेकर नकारात्मक सोच दूर करना है। इस योजना के माध्यम से कुपोषण के कारण होने वाले मृत्यु दर में भी कमी आएगी। द्वितीय संतान के रूप में बालिका के जन्म पर राज्य सरकार द्वारा 5 हजार रूपये की एकमुश्त सहायता प्रदान की जाएगी।

छत्तीसगढ़ कौशल्या मातृत्व योजना की शुरुआत कर मुख्यमंत्री बघेल ने कई लोगो की सूनी गोद भरी तो कुछ लोगो को बगैर माँ बने ही मातृत्व सुख भी प्रदान किया। बताते है कि महात्मा गाँधी के पदचिन्हो पर गमन कर रहे छत्तीसगढ़ के नौजवान मुख्यमंत्री ने गांव कस्बो से लेकर शहरो तक महिलाओ के उत्थान का बीड़ा उठाया है। 

महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ कौशल्या मातृत्व योजना का सफल संचालन किया जा रहा है। योजना से महिलाओं को गर्भावस्था के बाद स्वयं और बच्चे के पोषण और देखभाल में सहायता होगी और कन्या भूर्ण हत्या में कमी आएगी। छत्तीसगढ़ कौशल्या मातृत्व योजना के लिए ऐसे श्रेणी के नागरिक योग्य है,मुख्यता आवेदक को छत्तीसगढ़ की स्थाई निवासी होने अनिवार्य है।दूसरी बार बालिका संतान होने पर ही महिलाओं को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा,बशर्त महिलाओं की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।

छत्तीसगढ़ के तूफानी मुख्यमंत्री 26 अप्रैल को कर्नाटक दौरे पर जाने वाले थे, लेकिन बस्तर में  नक्सली हमले में 11 जवानो की शहादत की वजह से उनका कर्नाटक दौरा रद्द हो गया था। इसके बाद दो दिन पहले विशेष विमान से कर्नाटक में चुनाव के लिए रवाना हुए सीएम बघेल वायुमार्ग से आज 8 मई को वापिस रायपुर लौटेंगे। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक आज से एक बार फिर राज्य में बघेल का जलवा बिखरेगा। 

राजनीति के जानकार बताते है कि अपनी राजनैतिक व्यस्ता के चलते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के साथ-साथ देश भर की जनता के लोक कल्याण में जुटे हुए है। उनकी दानवीरता के किस्से-कहानियाँ राजनैतिक गलियारों से लेकर सरकारी गैरसरकारी अस्पतालों के जनाना वार्ड में भर्ती महिलाओ की जुबान पर रहती है।

दरअसल,सरकारी योजनाओ से लाभ उठाने वाले जच्चा-बच्चा राज्य के नए पालक से काफी उम्मीदे लगाए बैठे है,उन्हें ‘पितृदेवो भव: का मूलमंत्र सिखाया जा रहा है। इसका मकसद बड़े-बुजुर्गो और दुनिया दिखाने वालो का आदर करना है,एक ओर हम अपनी संतान का पालन बिना किसी फल प्राप्ति की भावना से करते हैं।

यही नहीं अपने माता-पिता की सेवा भी आदर व स्नेह भाव से करते हैं और उनको अपने हृदय में देव तुल्य स्थान पर रखते हुए उनके बताये मार्ग पर चलते हैं,इसीलिए कहा गया है- ‘पितृदेवो भव:। फिलहाल, प्रजा-तांत्रिक पितृ देव, आज फिर इस सुजला-सुफला धरती पर प्रगट हो रहे है। बेईमानो सावधान,केंद्रीय जांच एजेंसियों के पैरोकार हो जाइए सतर्क, पौने पांच साल से जारी कार्यक्रम फिर नए कलेवर के साथ होगा शुरू क्योकि, जहाँपनाह आ रहे है।

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