हैदराबाद। केमिस्ट्री में पीएचडी की डिग्री हासिल करने के बाद एक शख्स ने नौकरी के लिए यहाँ वहां हाथ मारा | कुछ संस्थानों में पढ़ाया -लिखाया भी। लेकिन मन मुताबिक ना तो नौकरी मिली और ना ही तनख्वाह। आखिरकार इस शख्स ने खुद की लेबोटरी तैयार की। इसमें वो ड्रग्स बनाने के लिए परिक्षण करने लगा। कामयाबी मिलने पर उसने दक्षिण के कई राज्यों में अपना नेटवर्क फैलाया और ड्रग्स का कारोबार करने लगा। देखते ही देखते यह शख्स करोड़पति बन गया।
देश की राजस्व खुफिया निदेशालय ने हैदराबाद में 3.15 मेफेड्रोन और प्रतिबंधित नशीले पदार्थों को सीज किया है। इसकी कीमत लगभग 63.12 लाख बताई जा रही है। इस संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें एक शख्स ने केमिस्ट्री में पीएचडी हासिल की है। डीआरआई ने बताया कि मेफेड्रोन बनाने वाले ने रसायन विज्ञान में पीएचडी की है और इससे पहले उसने फार्मा क्षेत्र में भी काम किया। जांच से पता चलता है कि मुंबई का एक नेटवर्क मेफेड्रोन बनाने में शामिल है।
इस शख्स ने पिछले एक साल में 100 किलोग्राम से अधिक मेफेड्रोन बनाया और बेचा है। न्यूज़ टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक छापेमारी के दौरान एक घर से 12.40 लाख रुपये नकद और 112 ग्राम मेफेड्रोन के नमूने जब्त किए गए हैं। बताया जाता है कि हैदराबाद के आउटर में स्थित लैब से मेफेड्रोन बनाने के लिए लिए खरीदे गए लगभग 219.5 किलोग्राम कच्चे माल को भी जब्त कर लिया गया।