इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर शहर में लगातार डिजिटल अरेस्ट के मामले सामने आ रहे हैं। जिसमें आरोपी लोगों को डरा कर CBI और ED का अधिकारी बताते हैं और फिर उनसे मोटी रकम अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेते हैं। पिछले दो महीना में तीसरा डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। डेल कंपनी की सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती को आरोपियों ने अपना शिकार बनाया।
डेल कंपनी की सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ ठगों ने 2 घंटे तक ऑनलाइन अरेस्ट कर 12 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दे दिया। स्काइप के माध्यम से ठगों ने अपने आप को सीबीआई और ईडी का अधिकारी बताया और युवती के डॉक्यूमेंट टेररिज्म में उपयोग होने की जांच करने की बात कही। इसके बाद युवती बहुत डर गई और अकाउंट में रखें 8 लाख रुपये ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए। युवती ने अपनी शादी के लिए इन पैसों को जोड़कर रखा हुआ था। अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच करने में जुटी हुई है।
इंदौर में रहने वाली युवती को पहले उसके डॉक्यूमेंट टेररिज्म में उपयोग होना बताया और इसके बाद उसे 2 घंटे तक स्काइप पर डिजिटल अरेस्ट कर रखा। जिसमें सीबीआई, ईडी के अलग-अलग अधिकारी बनकर युवती को जमकर डराया। इसके साथ ही युवती से कहा गया कि उसके माता-पिता को आतंकवादियों से खतरा है। इसके चलते युवती बेहद डर गई थी और अपनी शादी के लिए जोड़कर रखें 12 लाख रुपए ठगों के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए।
इससे पहले इंदौर में दो अलग-अलग डॉक्टरों को ठग अपना शिकार बना चुके है। जिसको लेकर पुलिस लगातार अभी जांच करने में जुटी हुई है। पुलिस के मुताबिक सर्वर से डिटेल आने में 10 से 15 दिन तक का वक्त लगता है। उसके बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई हो सकती है। फिर भी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।