
दिल्ली : – अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ग़ुस्सा सातवें आसमान पर है। उनके राजनैतिक सहयोगी की गोली मार कर हत्या कर दी गई है। घटना उस वक्त हुई जब एक टॉक शो के दौरान अचानक एक गोली उनके सीने पर लगी और मौंके पर ही चार्ली किर्क की मौत हो गई। अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि किसी प्रोफेशनल शूटर ने स्नाइपर फायर किया है। बुधवार को यूटा वैली विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम को चार्ली सम्बोधित कर रहे थे। उनकी मौत से ट्रंप प्रशासन हैरत में है। ट्रंप ने घात लगाकर किए गए हमले में मारे गए अपने सहयोगी चार्ली किर्क को सच्चाई के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाला शहीद बताया है। जानकारी के मुताबिक चार्ली पर किया गया हमला इतना सटीक था कि एक ही गोली में उनकी मौत हो गई। ट्रंप ने कट्टरपंथी वामपंथियों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी बयानबाजी रूढ़िवादी कार्यकर्ता की हत्या के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने राजनीतिक हिंसा फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का भी संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, ‘वर्षों से कट्टरपंथी वामपंथी चार्ली जैसे अद्भुत अमेरिकियों की तुलना नाजियों और दुनिया के सबसे बुरे सामूहिक हत्यारों और अपराधियों से करते रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि पिछले साल पेंसिल्वेनिया के बटलर में मेरे जीवन पर हुए हमले से लेकर आईसीई एजेंटों पर हमले, न्यूयॉर्क की सड़कों पर एक स्वास्थ्य सेवा अधिकारी की नृशंस हत्या और सदन के नेता स्टीव स्कैलिस और तीन अन्य की गोली मारकर हत्या तक कट्टर वामपंथी राजनीतिक हिंसा ने बहुत से निर्दोष लोगों को चोट पहुंचाई है और बहुत से लोगों की जान ली है। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका में आतंकवाद के लिए कट्टरपंथी वामपंथियों की बयानबाजी सीधे तौर पर जिम्मेदार है और इसे तुरंत रोकना होगा। ट्रंप ने कहा, ‘मेरा प्रशासन उन सभी लोगों को ढूंढ निकालेगा, जिन्होंने इस अत्याचार और अन्य राजनीतिक हिंसा में योगदान दिया है, जिनमें इसे वित्तपोषित और समर्थित करने वाले संगठन, साथ ही हमारे न्यायाधीशों, कानून प्रवर्तन अधिकारियों और हमारे देश में व्यवस्था लाने वाले अन्य सभी लोगों पर हमले करने वाले लोग शामिल हैं।’ राष्ट्रपति ने किर्क की हत्या को अमेरिका के लिए एक जघन्य और काला क्षण बताया।

अमेरिका में चुनाव के दौरान किर्क ने युवा मतदाताओं के बीच ट्रंप को प्रसिद्धि दिलाई थी। उन्होंने ट्रंप के समर्थन को बढ़ाने में सीधी मदद की थी। यूटा वैली विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में अमेरिकी सरकार की नीतियों पर बोलते समय गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई, हत्यारा अब भी फरार बताया जाता है। घटनास्थल से मिले वीडियो में उन्हें एक बड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए दिखाया गया है, तभी एक गोली की आवाज सुनाई दी। कैमरा तेजी से हिलने और दर्शकों में दहशत फैलने से कार्यक्रम में अफरा – तफरी मच गई। देखते ही देखते पहले किर्क अपनी कुर्सी पर गिर पड़े। उनके गले से खून निकलता नजर आया। जांचकर्ताओं ने पत्रकारों से कहा कि एक गोली कैंपस की छत से चली थी, जिसे काले कपड़े पहने किसी व्यक्ति ने चलाया था। फ़िलहाल, ट्रंप शोक में है, उनका प्रशासन हत्यारों की खोजबीन में जुटा है।