बारावफात जुलूस को लेकर बवाल, बरेली में आमने-सामने हिंदू-मुस्लिम, सूरत में भी तनाव

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बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में बारवफात के जुलूस को लेकर तनाव के हालात बने हुए हैं. दूसरी तरफ गुजरात के सूरत में भी बारावफात और गणेश विसर्जन को लेकर तनाव का माहौल है. हालात को देखते हुए दोनों जगहों पर प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं और भारी फोर्स तैनात की गई है. बारावफात जुलूस के बहाने उत्तर प्रदेश के बरेली में रातभर बवाल मचता रहा. फिलहाल, इलाके में टेंशन बरकार है और पुख्ता सुरक्षाबलों की तैनाती है. सूरत शहर में भी पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों का फ्लैग मार्च निकाला गया और ड्रोन कैमरों से संवेदनशील इलाकों में नजर रखी जा रही है. बारावफात और गणेश विसर्जन से पहले पुलिस और फोर्स ने आस-पास के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.

बारावफात जुलूस को लेकर पहले से ही उत्तर प्रदेश प्रशासन अलर्ट थी. गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए पहले ही पुलिस बल की निगहबानी थी. लेकिन, जिसका डर था वही हुआ. बरेली में बवाल मच गया और खूब हो हल्ला हुआ. सड़क पर जमकर नारेबाजी हुई. दो पक्ष आपस में भिड़ गए और बारावफात जुलूस को लेकर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया. एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर नई परंपरा शुरू करने का आरोप लगाते हुए अंजुमन जुलूस नहीं निकलाने दिया. असर ये हुआ कि दूसरे पक्ष ने रात में सड़क पर नारेबाजी शुरू कर दी है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंची और भारी सुरक्षाबल तैनात कर दिया.

पुलिस के मुताबिक बारावफात के अंजुमन जुलूस निकालने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद तब हुआ जब एक पक्ष नई परंपरा के साथ अंजुमन जुलूस निकला रहा था और दूसरे ने आपत्ति जताई. विवाद के बाद दूसरे समुदाय ने नए रूट से यात्रा को निकालने की मांग की तो पुलिस ने उन्हें मंजूरी देने से इनकार कर दिया. पिछले साल कांवड़ यात्रा में लेकर इसी इलाके में बवाल हुआ था.

हिंदू समुदाय का कहना है कि वो किसी भी कीमत पर जुलूस नहीं निकलने देंगे. वहीं, मुस्लिम पक्ष भी जुलूस निकालने पर अड़ा है. मुस्लिम पक्ष का कहना है कि उन्होंने जुलूस निकालने की परमिशन ली है. हालात इतने तनावपूर्ण हैं कि बरेली में कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई है. हिंदू पक्ष का कहना है कि वो जुलूस को इसलिए रोक रहे हैं, क्योंकि मुस्लिम पक्ष ने भी कांवड़ के दौरान उनके जुलूस में बाधा डाली थी.

गुजरात के सूरत में बारावफात और गणेश विसर्जन के लिए सूरत में भारी फोर्स तैनात की गई है. सुरक्षा के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की टीमें तैनात की गई हैं. सूरत शहर के भागल इलाके में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों का फ्लैग मार्च निकाला गया. ड्रोन कैमरों से संवेदनशील इलाकों में नजर रखी जा रही है. बारावफात और गणेश विसर्जन से पहले पुलिस और फोर्स ने आस-पास के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. दरअसल, सूरत में गणेश पंडाल में पथराव के बाद से तनाव का माहौल है. इलाके में फिर हिंसा न भड़के, इसके लिए प्रशासन की पुख्ता तैयारी की गई है.

गुजरात के सूरत में गणेश पंडाल पर पथराव के बाद पैदा हुए तनाव को देखते हुए ईद-ए-मिलाद और गणेश विसर्जन के लिए सूरत में भारी फोर्स तैनात की गई है. सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन कैमरों से लेकर रैपिड एक्शन फोर्स की टीमें तैनात की गई हैं. रविवार को सूरत शहर के भागल इलाके में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों का फ्लैग मार्च निकाला गया, जहां ईद और गणेश विसर्जन से पहले पुलिस और फोर्स ने आस-पास के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. सूरत में ईद के मौके पर अलग-अलग इलाकों में करीब 144 जुलूस निकाले जाने हैं.

उत्तर प्रदेश के झांसी में दो समुदायों के बीच तनावपूर्ण विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. गणेश विसर्जन के दौरान हुए इस विवाद में दोनों पक्षों के लोग आपस में भिड़ गए, जिसके बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई. हिंसा के दौरान 9 लोग घायल हुए हैं. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला और बढ़ गया. हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने थाने पर प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.

पीड़ित मुन्नालाल के मुताबिक, जब वे गणेश विसर्जन के लिए जा रहे थे, तभी मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की. लौटते वक्त उनके साथ मारपीट की गई. दूसरी ओर, मुस्लिम समुदाय के उवेश ने बताया कि कुछ लोग हथियार लेकर उनके परिवार पर हमला करने आए थे, झड़प के दौरान उनके परिवार के तीन लोग घायल हो गए. पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में मुन्नालाल रायकवार और उनके पड़ोसी शाहिद के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद हिंसा भड़क गई. फिलहाल मामले में FIR दर्ज कर ली गई है.