नई दिल्लीः Week off Change: सावन का महीना शुरू हो गया है। इस महीने में भगवान शिव की उपासना का पर्व माना जाता है। कहा जाता है कि इस दौरान विष्णु भगवान योग निद्रा में होते हैं और शिव जी सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं। यही वजह है कि इस महीने में भगवान शिव की खास तरीके से पूजा की जाती है। शिवालयों में भक्तों भीड़ उमड़ती है। सोमवार को भक्तों का तांता लगा रहता है।
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में सावन में शिव भक्तों द्वारा निकाली जाने वाली कांवड़ यात्रा भी शुरू हो गई है। हर सोमवार को यहां के ज्योतिर्लिंगों में लाखों शिवभक्त पहुंचते हैं। कांवड़ यात्रा और सोमवार को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। इस साल बच्चों को इस तरह की दिक्कतों से बचाने के लिए कई जिलों में सावन भर सोमवार को स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
दरअसल, सावन भर मंदिरों में भी दर्शन के लिए काफी भक्त उमड़ते हैं। ऐसे में बच्चे कभी लंबे जाम में फंस जाते हैं तो कभी रूट डायवर्ट होने से परेशानी महसूस करते हैं। यही वजह है कि प्रशासन ने यह फैसला लिया है। वाराणसी व उज्जैन में शिव मंदिर होने की वजह से सावन के में भक्तों का हुजूम उमड़ता है। सोमवार को खास तौर पर एक्सट्रा भीड़ रहती है। उज्जैन में सावन के सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी निकलती है।
ऐसे में कई रस्ते बंद रहते हैं और इससे बच्चों को घर पहुंचने में दिक्कत आती है। उसको ध्यान में रखते हुए 22 जुलाई से 2 सितंबर तक रविवार को स्कूल खुलेंगे और सोमवार को बंद रहेंगे। मुजफ्फरनगर जिले के सभी स्कूल-कॉलेज 26 जुलाई से 2 अगस्त तक बंद रहेंगे। यानी जिले के सभी शिक्षण संस्थान पूरे एक सप्ताह तक बंद रहेंगे। जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने स्कूल-कॉलेजों में अवकाश घोषित करने के आदेश दिए हैं। हरिद्वार में प्रशासन ने कुछ इसी तरह का फैसला लिया है।