रीवा/ दुर्ग/ रायपुर: छत्तीसगढ़ के एक राजनैतिक परिवार ने ऑनर किलिंग की घटना को अंजाम दिया है। जानकारी के मुताबिक इस घटना में प्रेमी युवक पर जानलेवा हमला किया गया है। बताते है कि हमलावरों ने बुरी तरह से घायल युवक को, मरा समझकर घटना स्थल पर ही फेक दिया था। लेकिन ‘जाकों राके साईया मार सके ना कोय’ इस कहावत को चरितार्थ होते देर नहीं लगी। हमलावरों के रवाना होते ही गंभीर रूप से घायल इस युवक को किसी माध्यम से लोगो द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया। ICU में भर्ती इस युवक की जिंदगी दांव पर है, पल-पल वो मौत से संघर्ष कर रहा है। उधर उसका मृत्यु पूर्व बयान दर्ज करने के लिए मौके पर पुलिस भी पहुंची है।
सूत्रों के मुताबिक घटना को छत्तीसगढ़ के दुर्ग-भिलाई जिले में निवासरत एक कांग्रेसी परिवार और उसके मुखिया ने अंजाम दिया है। पीड़ित परिवार ने पुलिस के समक्ष अंदेशा यही जाहिर किया है, बताया जाता है कि नौजवान युवक का एक अस्पताल में इलाज जारी है। घायल युवक दुर्ग स्थित स्वर्गीय खूबचंद बघेल कॉलेज में अच्छे पद पर कार्यरत बताया जा रहा है।
बताते है कि इस युवक पर प्रेम-प्रसंग के चलते हमला किया गया था। उसे मौत के घाट उतारने के लिए कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का सहारा लिया गया था। घटना के उजागर होने के बाद राजनैतिक गलियारों में सनसनी है। यह भी बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ पुलिस भी मामले की विवेचना में जुट गई है।
सूत्रों के मुताबिक जिस युवती को लेकर इस युवक पर हमला किया गया है, वह दुर्ग के ‘एक शंकराचार्य’ एजुकेशन ग्रुप में हाल ही में डायरेक्टर नियुक्त हुई है। बताते है कि घोटालों की रकम से लगभग 100 करोड़ का निवेश इस युवती के नाम पर एक एजुकेशन सेंटर में कराया गया था। इस निवेश को लेकर युवक-युवती पसोपेश में थे।
बताते है कि हाल ही के कुछ माह पहले केंद्रीय जांच एजेंसियों की नज़रों से बचते हुए इस राजनैतिक परिवार ने बड़े पैमाने पर गैर-क़ानूनी निवेश विभिन्न एजुकेशन सेंटर और इंडस्ट्री में किया है। सूत्रों के मुताबिक भविष्य के झमेलों से बचने के लिए ब्लैक मनी निवेश का पीड़ित युवक ने विरोध जताया था। यह युवती के परिवार को ना-गवार गुजर रहा था। बताया जा रहा है कि युवती के भाई ने अपने पिता से सहमति लेने के बाद पीड़ित को मौत के घाट उतरने के लिए कॉन्ट्रेक्ट किलिंग का सहारा लिया था। इस सिलसिले में दो युवकों की पहचान भी कराई गई है।
बताते है कि घटना स्थल में मौजूद दोनों युवक, वारदात को अंजाम देने के बाद भिलाई स्थित एक प्रभावशील कांग्रेसी नेता के ठिकाने पर पहुंचे थे। उनकी शिनाख्ती उस समय हुई जब पीड़ित परिवार ने आरोपियों के संबंध में कई महत्वपूर्ण जानकारी से पुलिस को वाकिफ कराया। फ़िलहाल मामला हाईप्रोफाइल होने के चलते मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से इस घटना क्रम को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी अभी सामने नहीं आई है।