दुर्ग: छत्तीसगढ़ के करीब 6 हज़ार करोड़ के महदेव एप सट्टा घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपे बघेल के गृह जिले दुर्ग से लगातार सटोरिये धरे जा रहे है। बताते है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने कई बेरोजगारों को इस कार्य में झोंका था। पुलिस के कई आलाधिकारी क्रमशः 2005 बैच के आईपीएस शेख आरिफ, 2004 बैच के आनंद छाबड़ा, 2007 बैच के प्रशांत अग्रवाल इस कारोबार में पूरी तरह से लिप्त पाए गए थे।



ED ने उनके काले कारनामों का बखान दस्तावेजी प्रमाणों के साथ ACB और EOW की टीम को सौंपा भी था। बताते है कि इस मामले में ताजा गिरफ्तारी एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री के प्रभुत्व वाले इलाके से हुई है। EOW ने छापेमारी कर महादेव सट्टा ऐप का पैनल चलाने वाले विश्वजीत राय और अतुल राय को गिरफ्तार किया है।

दुर्ग से गिरफ्तार कर उन्हें रायपुर लाया गया है, यहाँ उनसे पूछताछ की जा रही है। बताया जाता है कि आरोपी दुर्ग के खुर्सीपार के बंगाली मोहल्ला स्थित एक सुरक्षित ठिकाने से हिरासत में लिए गए है। बताया जाता है कि EOW ने महादेव सट्टा एप मामले में FIR दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी की झड़ी लगा दी है।

दुबई में बैठे इसके संचालकों समेत मुख्य कर्ताधर्ता सरगना सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और उससे संबंधित आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी किये जा रहे है। ACB के प्रभारी अमरेश मिश्रा के मुताबिक संदेहियों और आरोपियों पर निगरानी रखी जा रही है।