मुख्य चुनाव आयुक्त का सख्त निर्देश
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लगाए गए वोट चोरी के आरोपों का जवाब दिया। CEC ने स्पष्ट किया कि राहुल गांधी को या तो अपने आरोपों के समर्थन में हस्ताक्षरित हलफनामा पेश करना होगा या सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी होगी। उन्होंने कहा, “कोई तीसरा विकल्प नहीं है। सात दिनों के भीतर कार्रवाई न करने पर आरोपों को गलत माना जाएगा।”
राहुल गांधी के आरोप
कुछ दिनों पहले राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि भाजपा शासित राज्यों में वोट चोरी की जा रही है। उन्होंने विशेष रूप से बिहार में चल रहे संक्षिप्त गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर सवाल उठाए और कहा कि मतदाता सूची में संशोधन चुनाव से पहले मतदाताओं की संख्या के साथ छेड़छाड़ करने का तरीका हो सकता है।
CEC का जवाब और SIR की जानकारी
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बिहार में SIR अभियान 24 जून से शुरू होकर 20 जुलाई तक पूरा हुआ, जिसमें लगभग सात करोड़ मतदाता शामिल थे। उन्होंने इसे पारदर्शी और कानूनी प्रक्रिया बताते हुए राहुल गांधी के आरोपों को निराधार बताया। CEC ने चेतावनी दी कि राजनीतिक दलों द्वारा गलत जानकारी फैलाना लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करता है।
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
इस बीच, राहुल गांधी बिहार के सासाराम में रैली कर अपने आरोपों को दोहराते हुए कहा कि जनता को मतदान प्रक्रिया और वोट चोरी की असली जानकारी बताना उनका उद्देश्य है। इस घटनाक्रम ने चुनाव आयोग और विपक्ष के बीच राजनीतिक विवाद को और तेज कर दिया है।
