नारायणपुर / आखिरकर किरकिरी होने के बाद नारायणपुर प्रशासन ने गोभी कांड के जांच के निर्देश दिए है | सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नारायणपुर दौरे की चर्चा लोगों की जुबान पर थी | दरअसल मुख्यमंत्री को खुश करने और झूठी वाहवाही लूटने के लिए अफसरों ने खाली जमीन पर रातों-रात गोभी के बड़े-बड़े पौधे रोप दिए | गौठान का जायजा लेने पर मुख्यमंत्री भी काफी खुश हुए | उन्होंने अफसरों की पीठ थपथपाई |
मुख्यमंत्री के चेहरे पर उस समय ख़ुशी के भाव आ गए जब उन्हें बताया गया कि गोभी की पैदावार अच्छी हुई है | इस तरह से साग सब्जी बेचकर ग्रामीणों को अतिरिक्त आय होती है | लेकिन मुख्यमंत्री का दौरा खत्म होते ही अफसरों की पोल खुल गई | स्थानीय ग्रामीण भी उस समय हैरत में पड़ गए जब उन्हें खाली जमीन पर एकाएक गोभी की फसल लहलहाते नजर आई | एक दिन पहले तक यह जमीन बंजर पड़ी थी |
लेकिन मुख्यमंत्री के आगमन के मद्देनजर यहां छाई हरियाली ग्रामीणों के गले नहीं उतर रही थी | इस बीच अफसरों की काली करतूत सोशल मीडिया में वारयल हो गई | तस्वीरों में साफतौर पर नजर आया कि खाली जमीन में गड्ढे खोदकर राज्य सरकार की आँखों में धूल झोंकने की कवायत जारी है |
पड़ताल के बाद पता चला कि अफसरों ने 30 किमी दूर महिमागवाड़ी इलाके से एक किसान के खेत से गोभी के पौधे लाए थे | इसका मकसद राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट गोठान के क्रियान्वयन के प्रदर्शन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने सिर्फ वाहवाही लूटना था | इसके लिए ही अफसरों ने नारयणपुर जिले के केरलापाल स्थित आदर्श गोठान के आसपास खाली जमीन पर खिले हुए गोभी के पौधे रोप दिए | इस खुलासे के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया |
उधर कलेक्टर धर्मेश साहू ने कहा है कि इस मामले की जाँच कराई जाएगी | जानकारी के मुताबिक आज होने वाली टीएल की बैठक के एजेंड़े में इस मामले को भी शामिल किया गया है | नोडल अधिकारी के साथ उधान विभाग के जिम्मेदार अफसरों को भी टीएल की बैठक में तलब किये जाने की जानकारी मिली है |