छत्तीसगढ़ में भी बुशरा बेगम ,तंत्र-मंत्र जादू-टोने से लेकर साजिशो से बढ़ाई सरकार की मुश्किल, लुटता प्रदेश , भ्रष्टाचार से जनता बेहाल

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रायपुर : पाकिस्तान में बुशरा बीबी ने टोने-टोटके करके तत्कालीन पीएम इमरान खान का मजाक बना दिया था | बुशरा बीबी टोना-टोटकों से ज्यादा जिन्न को कब्जे में करने के लिए भी जानी-पहचानी जाती हैं। जब इमरान खान पाकिस्तानी पार्लियामेंट में अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे थे, तब ऐसी खबर आई थी कि सरकार बचाने के लिए बुशरा टोटके कर रही हैं। उसने पाले गए अपने जिन्न से सरकार बचाने की गुहार लगाई थी। ” छत्तीसगढ़ी बुशरा बेगम ” भी कम नहीं है। उसने भी प्रजातंत्र के एक बेहद चालक जिन्न को कब्जे में किया हुआ है। इस जिन्न की तमाम शक्तियां और अधिकार बुशरा बेगम इस्तेमाल कर रही है। यह जिन्न। भी उसके हर एक कुकर्मो पर अपनी मुहर लगाता है।

इमरान की तीसरी पत्नी बुशरा बेगम की हरकतें रहस्यपूर्ण हैं| कहा जाता है कि बुशरा के पास दो जिन्नात(भूत प्रेत) हैं. जिन्हें वो हर रात गोश्त खिलाती हैं और मनचाहा काम कराती हैं। उनके बारे में दावा किया जाता है कि आईने में उनकी शक्ल दिखाई नहीं देती |

 बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ी बुशरा बेगम का वर्ज़न पाकिस्तानी बुशरा बेगम के वर्ज़न से काफी मिलता-जुलता है | लेकिन है, घटिया और निचले किस्म का | हालांकि वो भी अपने जिन्न को काबू में रखने के लिए कई तरह के नुस्खे आजमाती है। उसका चेहरा आईने में नहीं बल्कि IT – ED के दस्तावेजो में नजर आता है। 

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुशरा बीबी ने काला जादू करते हुए अपने घर में कई टन जिंदा मुर्गे जला दिए थे। बुशरा के इस कारनामें की चर्चा दुनिया भर में हुई। दूसरी ओर उनका टोटका मुसीबत में काम भी नहीं कर पाया था । आख़िरकार इमरान खान की सरकार गिर गई।जानकार बताते है कि कुछ ऐसे ही हालात छत्तीसगढ़ के बन गए है |

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छत्तीसगढ़ से लेकर असम के कामाख्या पीठ तक बुशरा हवन , अनुष्ठान , जपतप और तंत्र – मंत्र कराने में पीछे नहीं है। हालांकि यहाँ भी बुशरा बेगम के जंतर – मंतर काम नहीं आ रहे है। IT – ED को बुशरा की काली करतूतों के सबूत हासिल हुए है , उससे सरकार की कुर्सी और उसके अफसरों की नौकरी संकट में है।   

फीचर की बात करें तो, दोनों बुशरा, तंत्र-मंत्र और जादू-टोने के मामले में एक दूसरे से कम नहीं है | उम्र भी दोनों की लगभग आस-पास है, रूप-रंग के मामले में हालांकि दोनों एक दूसरे के पूरक है। पाकिस्तानी बुशरा जहाँ गोरी और दूधिया सफ़ेद नजर आती है ,वही छत्तीसगढ़ी बुशरा का रंग बेहद काला-कलूटा है | खूबसूरती बढ़ाने के उसके नुस्खे “बूढी घोड़ी लाल लगाम”की तर्ज पर नजर आते है। हालांकि लोग जिन्न के डर से उसके हुक्म की तालीम करते है।    

नयन -नस्ख़ की बात की जाए तो ,पाकिस्तानी बुशरा की आँखे कटीली होने के साथ – साथ  नशीली भी है ,वही छत्तीसगढ़ी बुशरा की आँखों में हर वक्त वहशीपन नजर आता है। भ्रष्टाचार देखकर उसकी आँखे लाल हो जाती है,लूटपाट और साजिशो की हवस ,उसकी आँखों में हरदम नजर आती है। इस बुशरा की लालची और डरावनी  आँखे प्रदेश भर में चर्चा में है। 

कद-काठी की बात करें तो पाकिस्तानी बुशरा जहाँ करीब साढ़े पांच फीट हाइट और स्लिम-ट्रिम फिगर मेन्टेन करती है,वही छत्तीसगढ़ी बुशरा मोटी और भद्दी किस्म की है | चाल -ढाल ,डरावना चेहरा और चारो ओर से फैला शरीर उसके आकार – प्रकार में चार – चाँद लगाता है। जहां पाकिस्तानी बुशरा की मुस्कराहट पर हर कोई फ़िदा है ,वही छत्तीसगढ़ी बुशरा के चेहरे पर मुस्कराहट की जगह षड़यंत्र और घोटाले ही नजर आते है। 

पोशक के मामले में भी दोनों का कोई सानी नहीं है। बुशरा बेगम जहाँ मुस्लिम पहनावे को जोर देती है वही छत्तीसगढ़ी बुशरा को भी परम्परागत वस्त्र पसंद हैं। वो कभी सलवार तो कभी साड़ियों में नजर आती है। माथे पर मोटी बिंदी उसका ट्रेड मार्क है।उसकी पोशाक के तो क्या कहने। उस पोशाक के भीतर का सच किसी से छिपा नहीं है। सादे लिबाज में अपराधों और काले कारनामो की बूटियां उसकी काया पर चौबीसो घंटे गले पड़े रहती है। 

लुक की बात की जाए तो पाकिस्तानी बुशरा बला की खूबसूरत है , उसे देखने वालो का ताँता लगा रहता है। जबकि छत्तीसगढ़ी बुशरा को देखकर लोग रास्ता बदल लेते है। उसके पास जाने से भी कई लोग कतराते है। बताया जाता है कि उसका चेहरा अजीबो – गरीबो नजर आता है। लोगो को लगता है कि उसकी मानसिकता भी विकृत है। सकारात्मक सोच के बजाय सरकारी तिजोरी में लूट पाट और ब्लैकमनी खपाने के लिए रोजाना नए नुस्खे निकालना ही उसकी खूबसूरती का राज है। 

पाकिस्तान में जब इमरान खान की सत्ता थी। तब बुशरा की खास सहेली फराह खान की खूब चलती थी। विपक्षी नेताओं का आरोप था कि फराह ने इमरान और बुशरा की मदद से करोड़ों की संपत्ति बनाई है। यहाँ भी वही हाल है , बुशरा के साथ – साथ उसकी सहेली ने भी करोड़ो की सरकारी रकम में हाथ साफ़ किया है। लिहाजा ये कभी ED का तो कभी इनकम टैक्स का चक्कर काट रहे है। 

लोगों का कहना था कि इमरान खान ने बुशरा बीबी की आध्यात्मिक शक्तियों के चलते उनसे शादी की है। जबकि छत्तीसगढ़ी बुशरा के बारे में कहा जाता है कि पति नाम की वस्तु से उसका कोई लेना – देना नहीं है। वो सिर्फ जिन्न की तरह एक कटपुतली मात्र है। इमरान खान को भरोसा था कि बुशरा जिन्नात को खुश करके उनकी सरकार को किसी भी मुश्किल से निकाल सकती है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया था कि इमरान खान 2015 से ही बुशरा बीबी के संपर्क में थे। यहाँ भी जिन्न को लगता है कि बुशरा उसकी कश्ती पार लगा देगी | लेकिन IT और ED उसकी राह में रोड़ा बन रही है। 

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की बेगम बुशरा बीबी उनके लिए मुसीबत बनती जा रही हैं। बुशरा बीबी का एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें वो इमरान की पार्टी पीटीआई के सोशल मीडिया इन्चार्ज से अपने विरोधियों को ‘देशद्रोही’ बताने के लिए कह रही हैं। जिसके बाद पूरे पाकिस्तान में इमरान और उनकी पार्टी की आज भी किरकिरी हो रही है। यही हाल छत्तीसगढ़ का है | सत्ता के नशे में चूर बुशरा के कारनामो से सरकार मुसीबत में है। नेता जी के कुनबे पर भी आंच आ रही है। कई अफसर गिरफ्तार हो रहे है , भ्रष्टाचार की पोल रोजाना खुल रही है। जाहिर है अब जिन्न से ज्यादा उसकी पार्टी के लिए लोकल बुशरा उसकी मुसीबत बन गई है। 

एक बार इमरान खान से नाराज होकर बुशरा बीबी अपनी इसी सहेली के घर चली गई थीं। इस घटना ने भी इमरान की खूब फजीहत कराई। हालांकि बाद में इमरान के मनाने पर वो घर लौट आई थीं। छत्तीसगढ़ी बुशरा और जिन्न का ठिकाना आस – पास ही है। उनके बीच घनिष्ट सम्बन्ध और तालमेल के चलते दोनों 7 जन्मो तक साथ निभाने की कसमे खा रहे है।

यह भी कहा जाता है कि सचमुच , बीवी बुशरा के काले जादू में फंसकर बेबस हो गए हैं इमरान खान। हालांकि छत्तीसगढ़ी बुशरा के आगोश में समाया जिन्न उसकी हाँ में हाँ मिलाता है | लोगो को समझ नहीं आ रहा कि असलियत सामने आ जाने के बावजूद भी बुशरा से जिन्न का लगाव इतना अधिक क्यों है। 

क्रिकेटर से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने इमरान खान बुशरा के चक्कर में देश को तबाही की गर्त में ढकेल चुके है। ऐसा ही नजारा छत्तीसगढ़ में दिखाई दे रहा है। रोजाना भ्रष्टाचार के नए किस्से सामने आ रहे है। अपराधों से आम जनता त्रस्त है। असलियत जाहिर करने वाले पत्रकारों पर फर्जी मुक़दमे दर्ज कर उनके आवासों पर जिन्न बुलडोजर चलवा रहा है।

यह सब कुछ बुशरा अंजाम दे रही है। बताया जाता है कि जिन्न पर उसका प्रभाव बेहद ज्यादा है , इसलिए वो अपना मुँह तक नहीं खोल पाते। बुशरा के हर गलत फैसलों पर मुहर लगाना जिन्न की मज़बूरी बन गई है। वजह चाहे जो भी हो, लेकिन छत्तीसगढ़ में अपराधों का बढ़ता ग्राफ और सरकार के प्रति अविश्वास का साम्राज्य जिस तेजी से फ़ैल रहा है. उसे देखकर ऐसा लगता है कि इस प्रदेश का भविष्य बचे सालभर में और भी चौपट होने वाला है.