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मोबाइल SIM में दफ़न राज, पर्दाफ़ाश से पहले कारोबारी को मारी गोलियां, पीड़ित की ना तो सोने की चेन लूटी और ना ही मोबाइल, बस SIM लेकर फरार हुए हमलावर, जाँच में जुटी पुलिस

पटना / बिहार में चुनाव आते ही हत्याओं का दौर शुरू हो गया है | RJD के बागी नेता की हत्या के बाद पटना में एक और हत्या का अजीबों गरीब मामला सामने आया है | इस घटना में हमलावरों ने एक युवक पर ताबड़तोड़ गोलियां दाग कर उसकी हत्या कर दी | हैरत की बात ये है की हत्यारों ने मृतक के साथ लूटपाट की घटना को अंजाम नहीं दिया | इस युवक ने शरीर में सोने के कई गहने पहन रखे थे | जेब में अच्छी खासी रकम भी थी | लेकिन हमलावरों ने उसे अपने साथ ले जाने की कोई कोशिश नहीं की | हालाँकि हत्यारे मृतक के मोबाइल से सिम कार्ड लेकर फरार हो गए | बताया जाता है कि हत्या का मकसद उस मोबाइल सिम का डेटा हासिल करना था |

पुलिस को अंदेशा है कि मोबाइल में ऐसा कोई वीडियो या बातचीत रिकॉर्ड है, जो किसी शख्स को हवालात की सैर करवा सकती है | लिहाजा उसके पर्दाफाश से पहले हमलावरों ने उसे अपने कब्जे में ले लिया | जिस शख्स को हमलावरों ने गोली मारी वो पटना में दवा का कारोबारी है | उसकी हाजीपुर इलाके में अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी | बताया जाता है कि NH 19 पर बाइक से हाजीपुर आ रहे संजय कुमार को पानहाट के पास अज्ञात लोगों ने रोका | संजय कुमार कुछ संभल पाते इससे पूर्व हमलावरों ने उनपर ताबड़तोड़ 5 गोलियां दाग दी |

मृतक दवा कारोबारी संजय कुमार पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र के नुरानीबाग का रहने वाला है | उनके परिजनों ने न्यूज़ टुडे को बताया कि संजय काफी सुलझे हुए व्यक्ति थे | उनके मोबाइल से सिम निकाले जाने की वजह को उन्होंने बेहद गंभीर बताया | उन्होंने घटना की उच्चस्तरीय जाँच की मांग की | उधर इस वारदात के बाद हत्यारों के मकसद को लेकर पुलिस भी हैरत में है | मोबाइल, सोने की चेन जैसी कीमती सामानों को न ले जाने और हमलावरों के सिर्फ मोबाइल के सिम को अपने कब्जे में ले जाने को लेकर पुलिस की उलझन बढ़ी हुई है | वो यह पता लगा रही है कि हत्या से पूर्व संजय कुमार किनके संपर्क में था | इस घटना को लेकर पुलिस ने किसी पुरानी रंजिश की आशंका से भी इंकार नहीं किया है |

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