छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र : दिवंगत नेताओं को दी श्रध्दांजलि, सरकारी कर्ज को लेकर प्रश्नकाल में विपक्ष ने अलग-अलग जवाबों पर मुख्यमंत्री को घेरा, पूछे गए अब तक 2 हजार 4 सौ 55 सवाल

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू हुई। विधानसभा अध्यक्ष डाॅ.चरणदास महंत ने दिवंगत पूर्व विधायकों ओमप्रकाश राठिया, डॉ. भानुप्रताप गुप्ता, लक्ष्मण राम और रोशनलाल के व्यक्तित्व और कृतित्व की जानकारी दी। उसके बाद सदन ने 2 मिनट का मौन रखकर उनको श्रध्दांजलि दी गई। इसके बाद 5 मिनट के लिए सदन को स्थगित कर दिया गया। जिसके बाद सदन प्रारम्भ किया गया। सदन के प्रारम्भ होते ही विपक्ष ने सीएम भूपेश बघेल का घेराव चालू कर दिया।

प्रश्नकाल में भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने सवाल किया कि सरकार ने 18 दिसम्बर 2018 से 30 जनवरी 2021 तक कितना कर्ज ले चुकी है। जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया, सरकार ने जनवरी 2021 तक 36 हजार 170 करोड़ का कर्ज लिया है। यह रकम भारतीय रिजर्व बैंक के जरिए बाजार से और नाबार्ड जैसी वित्तीय संस्थाओं से लिया गया है। इस पर शिवरतन शर्मा ने कहा, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के इसी विषय पर पूछे प्रश्न के लिखित उत्तर में कर्ज की राशि 41 हजार 239 करोड़ बताई गई है।

इसके बाद भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगा दिया। भाजपा विधायकों के सवालों से झल्लाए मुख्यमंत्री ने कहा कि, अगर वे उत्तर से असंतुष्ट हैं तो संदर्भ समिति को भेज सकते हैं।

भाजपा विधायकों से जले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जैसे ही संदर्भ समिति का नाम लिया। अजय चंद्राकर ने उस पर ये कहकर आग में घी डाल दी कि इसका अधिकार तो अध्यक्ष को है। वे चाहें तो संदर्भ समिति को भेज दें। इसके बाद मुख्यमंत्री तेवर कुछ नर्म हुए उन्होंने कहा, अभी जो प्रश्न उठा है उसका जवाब लीजिए। जब नेता प्रतिपक्ष का सवाल आएगा तो उनका भी जवाब दिया जाएगा।

सवालों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं

बजट सत्र में विधायकों के सवालों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार शाम तक विधायकों ने 2 हजार 4 सौ 55 प्रश्न पूछे हैं। इनमें से 1317 तारांकित प्रश्न हैं और 1138 अतारांकित प्रश्न। बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायकों ने भी बड़ी संख्या में प्रश्न लगाए हैं। प्रश्न पूछने का सिलसिला अगले कुछ दिन जारी रहेगा।

एक मार्च को पेश होगा मुख्य बजट

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक मार्च को दोपहर 12.30 बजे वित्तीय वर्ष 2020-21 का वार्षिक बजट पेश करेंगे। इससे पहले प्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण जारी होगा। इसमें प्रदेश की वित्तीय स्थिति का लेखाजोखा होगा। उसके बाद प्रदेश का सियासी माहौल और गर्माएगा।