पुरी/दिल्ली। ओडिशा की 15 वर्षीय नाबालिग बच्ची पर हुआ क्रूर हमला पूरे देश को झकझोर गया है। 19 जून को पुरी में तीन अज्ञात हमलावरों ने इस बच्ची पर कथित रूप से मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी थी। शनिवार को दिल्ली AIIMS में उसने अंतिम सांस ली, जहां वह बीते कई हफ्तों से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही थी।
यह भयावह घटना तब हुई, जब वह एक रिश्तेदार के घर जा रही थी। हमलावरों ने उसे अगवा कर भार्गबी नदी के किनारे सुनसान जगह पर ले जाकर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। स्थानीय लोगों की तत्परता से उसे अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन 75% से ज्यादा जली हालत में उसकी हालत बेहद नाजुक बनी रही।
शुरुआत में उसे भुवनेश्वर AIIMS में भर्ती किया गया था, जहां से हालत बिगड़ने पर एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया गया। AIIMS दिल्ली के बर्न ICU में उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। अस्पताल ने अपने बयान में कहा, “विशेषज्ञों की टीम ने चौबीसों घंटे देखभाल की, लेकिन उसे बचा पाना संभव नहीं हो सका।”
इस अमानवीय घटना पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गहरा दुख जताते हुए कहा, “बच्ची की मौत की खबर से मैं स्तब्ध हूं। हम उसकी जान बचाने का हरसंभव प्रयास कर रहे थे। ईश्वर से प्रार्थना है कि वह परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे।”
