दिल्ली / चीन ने भारत में बॉयकॉट चाइना अभियान को सुपर फ्लॉप बताया है | उसकी माने तो भारतीय व्यापारी और उनके संगठन जमकर चीनी माल आयात कर रहे है | भले ही वे लोगों के बीच चीनी सामानों के बहिष्कार का दावा करे | लेकिन चीन से भारत का आयात घटा नहीं, बल्कि बढ़ा है | दरअसल भारत – चीन सीमा पर चीन की हरकतों से देश में चाइनीज प्रोडक्ट्स का बहिष्कार देश के कई राज्यों में किया जा रहा है | बड़ी आबादी अब मेड इन इंडिया प्रोडक्ट की खरीदी पर जोर दे रही हैं | इस बीच चीन का दावा चर्चा में है |
चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने ऐलान किया है कि भारत में जो चीनी सामान का बहिष्कार हो रहा है, उससे कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ रहा है | ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक भारत में तमाम विरोधों के बावजूद चीन से पिछले महीने आयात बढ़ा है |
चीनी मीडिया का दावा है कि कोरोना काल में भी भारत में आयात में बढ़ोतरी हुई है | चीनी कस्टम डेटा के मुताबिक भारत का चीन से अप्रैल में आयात 3.22 अरब डॉलर था, जो मई में बढ़कर 3.25 अरब डॉलर हो गया, उसके बाद जून में 4.78 अरब डॉलर था, और फिर जुलाई महीने में चीन से आयात बढ़कर 5.6 अरब डॉलर का हो गया |
उधर चीनी मीडिया के इस दावे की जब पड़ताल की गई, तो उसके ये आंकड़े भारत के आयात के आंकड़ों से मेल नहीं खा रहे है | मिनिस्ट्री ऑफ़ कॉमर्स भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में चीन से आयात 3.03 अरब डॉलर, मई में 4.66 अरब डॉलर और जून में 3.32 अरब डॉलर का था | जबकि जुलाई का आंकड़ा अभी जारी नहीं हुआ है | ऐसे में चीन का जून में बताया जा रहा 4.78 अरब डॉलर का दावा बेबुनियाद है | हकीकत में आंकड़ा 3.32 अरब डॉलर के आसपास का है |
जानकारों के मुताबिक चीनी सरकार ने बौखलाहट में झूठे आंकड़े पेश कर भारतीयों को चिढ़ाने की कोशिश की है | उनके मुताबिक कस्टम के आधार पर डेटा को देखें तो साफ हो जाता है कि भारत का चीन से कारोबार घटा है | इन आंकड़ों में जनवरी से जुलाई- 2020 तक भारत में चीन का निर्यात 24.7 फीसदी की सालाना दर से गिरकर 32.28 बिलियन डॉलर हो गया है |
उनकी माने तो चीन के निर्यात में जून-2020 के 4.79 बिलियन डॉलर के मुकाबले जुलाई, 2020 में 5.6 बिलियन डॉलर की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है | कुल मिलाकर देखें तो जनवरी- 2020 से जुलाई तक भारत का चीन के साथ व्यापार में 43.47 बिलियन डॉलर रहा है, जिसमें पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 18.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है |
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जानकारों का कहना है कि कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के अभियान से चीन को जबरदस्त झटका लगा है | अब भारतीय बाजार से उसे बाहर का रास्ता नजर आने लगा है | दरअसल पीएम मोदी का कहना है कि देश के 130 करोड़ लोगों के समर्थन और सहयोग से भारत को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा | ऐसे में भारत अब आयात नहीं, बल्कि निर्यात पर फोकस करेगा | जानकार बताते है कि चीनी कारोबारियों के गुस्से को देखते हुए ग्लोबल टाइम्स ने ऐसे भ्रामक आंकड़े जारी किये है |