नई दिल्ली, 18 अगस्त 2025 — राजधानी दिल्ली के द्वारका क्षेत्र में सोमवार की सुबह भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई जब दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) द्वारका को बम से उड़ाने की धमकी मिली। इस धमकी के बाद DPS द्वारका, श्रीराम वर्ल्ड स्कूल और मॉर्डन स्कूल की बिल्डिंगों को तुरंत खाली करवा लिया गया और स्कूल परिसर में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।
मुख्य तथ्य:
अधिकारियों को यह धमकी सुबह 7:24 बजे कंट्रोल रूम में कॉल के जरिए मिली। तत्पश्चात दमकल सेवा, पुलिस, बम निरोधक दस्ते को घटनास्थल पर भेजा गया और गहन तलाशी अभियान प्रारंभ किया गया।
संबंधित तीनों स्कूलों को खाली करवा कर छात्रों और स्टाफ को सुरक्षित घर भेज दिया गया है। जांच जारी है, लेकिन अब तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।
यह घटना दिल्ली में इस साल कई बार हुई बम धमकियों का एक और उदाहरण है:
जुलाई में 20 से अधिक स्कूलों और कुछ कॉलेजों को ईमेल द्वारा धमकी मिली थी। इनमें सेंट थॉमस स्कूल (द्वारका), वसंत वैली स्कूल (वसंत कुंज), मदर्स इंटरनेशनल स्कूल (हौज़ खास), रिचमंड ग्लोबल स्कूल (पश्चिम विहार), और सरदार पटेल विद्यालय (लोदी एस्टेट) शामिल थे। बाद में यह धमकियां पूर्ण रूप से झूठी (hoax) पाईं गयीं।

पुलिस जांच और नीति तैयारी:
दिल्ली सरकार ने दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश पर एक व्यापक SOP (Standard Operating Procedure) लागू किया है, जिसमें स्कूलों में CCTV, mock drills, evacuation plans और मासिक सुरक्षा रिपोर्टिंग जैसी व्यवस्थाएँ शामिल हैं।
इन धमकियों के पीछे किसका हाथ है, इसकी जांच अभी जारी है। सुरक्षा एजेंसियां स्रोत का पता लगा रही हैं।
निष्कर्ष और सुझाव:
बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि: समय पर स्कूल खाली कर दिया जाना सुरक्षा में तेज़ी और सावधानी दर्शाता है।
पैनिक से बचें: पिछले मामलों जैसा यह धमकी भी हाशिए पर पड़ सकता है—यह हमने पहले भी कई बार देखा है।
SOP की अहमियत: इससे पहले की घटनाओं से सीख लेकर बनाए गए SOP का पालन करना और ज़रूरी है।
