नई दिल्ली / कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर ब्लड ग्रुप का भी अहम् रोल है | एक खास ब्लड ग्रुप वाले लोगों को संक्रमण का असर काफी कम देखा गया है | कोरोना को लेकर रोजाना नए-नए शोध हो रहे है | इसमें ऐसे खुलासे सामने आ रहे हैं, जो इलाज के लिए डॉक्टरों को और सतर्कता और बचाव के लिए लोगों को जानना काफी जरुरी है |
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हाल ही में किए गए एक शोध के मुताबिक ओ ब्लड ग्रुप वाले इंसानों में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा कम बना रहता है। अगर ओ ब्लड ग्रुप वाले लोग संक्रमण की चपेट में आ भी जाते हैं तो गंभीर परिणामों की आशंका कम हो जाती है। जबकि दूसरे ब्लड ग्रुप वाले हाई रिस्क जोन में होते है |
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शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए 4.73 लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना वायरस की जांच की थी | इस अध्ययन में पाया गया कि जितने लोग कोरोना संक्रमित थे, उनमें ओ पॉजिटिव वाले मरीजों की संख्या काफी कम पाई गई। जबकि संक्रमितों में ए, बी और एबी ब्लड ग्रुप वालों मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा थी।
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हालाँकि एक महत्वपूर्ण तथ्य पर शोधकर्ता बेबस नजर आये | वे ए, बी और एबी ब्लड ग्रुप के मध्य संक्रमण की दर में कोई खास अंतर नहीं ढूंढ पाए। शोधकर्ताओं के मुताबिक अगर ए और एबी ब्लड ग्रुप वाले लोग कोरोना की चपेट में आ जाते हैं तो उनको सांस लेने में काफी दिक्कत होती है।
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प्रतिष्ठित पत्रिका ब्लड एडवांसेज में छपे एक शोध में यह दावा किया गया है कि ओ ब्लड ग्रुप वाले लोग कोरोना की चपेट में बहुत कम आते हैं। शोधकर्ता और यूनिवर्सिटी ऑफ साउदर्न डेनमार्क के टोर्बन बैरंगटन का कहना है कि उनके देश की स्थितियां अलग हैं। इसके अलावा कुछ वैज्ञानिकों का यह भी दावा है कि अलग अलग देशों की प्राकृतिक स्थिति भी इसके लिए जवाबदार है |