आज लालकृष्ण आडवाणी के जन्मदिन पर मुस्कुराता नजर आया BJP का कुनबा, सादगी के साथ संघर्ष के पलों को याद किया नेताओं ने, अब ये देकर मुस्कुराए पीएम मोदी, देखें वीडियो

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दिल्ली : भारतीय राजनीती के जननायक लालकृष्ण आडवाणी आज अपना 95 वा जन्मदिन मना रहे है। दिल्ली में  PM मोदी आज पूर्व डिप्टी PM LK आडवाणी को जन्मदिन की बधाई देने पहुंचे। PM के हाथो में  गुलदस्ता देखकर  आडवाणी जी ने हाथ जोड़कर उनका अभिनंदन किया। वीडियो में दोनों नेता मुस्कुराते नजर आए। आडवाणी, अब 95 बरस के हो चुके है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का जन्म साल 1927 में अविभाजित पाकिस्तान के कराची शहर में हुआ था। आज उनके निवास स्थान पर पीएम मोदी और राजनाथ सिंह बधाई देने पहुंचे। 

बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के जन्मदिन पर उनके दौर के नेता, संघर्षों को याद कर रहे है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकृष्ण आडवाणी के अलावा BJP के सैकड़ो नेता, मंत्री, सांसद भी बधाई देने उनके घर पहुंचे। पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की वापसी के बाद आडवाणी कई पुराने नेताओं से घिर गए। 

लोगों की निगाहे पीएम मोदी पर लगी रही। वे आडवाणी की बेटी प्रतिभा आडवाणी के साथ लॉन में पहुंचे। पीएम के साथ बातचीत के लिए बैठने से पहले आडवाणी को पीएम ने एक गुलदस्ता भेंट किया। बीजेपी के विकास की आधारशिला माने जाने वाले आडवाणी को जन्मदिन की बधाई देने वालो में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल थे। 

शाह ने कहा, आडवाणी जी ने अपने अथक प्रयासों से देशभर में पार्टी संगठन को मजबूत किया और सरकार का हिस्सा रहते हुए देश के विकास में भी अमूल्य योगदान दिया”. अमित शाह ने उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना की। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आडवाणी को प्रेरणा स्रोत बताया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आडवाणी ने देश, समाज और पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्हें देश की दिग्गज हस्तियों में शुमार किया जाता है। 

उनके घर मौजूद कई दिग्गज नेताओ ने आडवाणी के युग को याद करते हुए बताया कि वे बहुत कम उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए थे। फिर उन्होंने जनसंघ के लिए काम किया। बीजेपी के गठन के बाद उन्होंने अपनी संगठनात्मक क्षमताओं के साथ पार्टी में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की। 

नेताओं के मुताबिक उन्होंने 1980 में बीजेपी के संस्थापक सदस्यों के रूप में आडवाणी के साथ काम किया था। ये वो दौर था जब कई दशकों तक वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ पार्टी का मुख्य चेहरा बने रहे। वाजपेयी सरकार में आडवाणी देश के गृह मंत्री बने फिर उन्हें उप प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 

राम जन्मभूमि आंदोलन में आज भी उन्हें याद किया जाता है। देश के प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक दल के रूप में बीजेपी को स्थापित करने के लिए 1990 के दशक का आडवाणी का राम जन्मभूमि आंदोलन रथ यात्रा इतिहास में यादगार है। इस आंदोलन से बीजेपी को राष्ट्रीय राजनीति में महत्व मिला। 

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