महाराष्ट्र में बीजेपी ने निकाला शिवसेना का काट , उत्तर भारतीयों का मुद्दा त्यागने पर एमएनएस   के साथ आने पर विचार , राज ठाकरे के बेटे की राजनीति में एंट्री ,बदला गया एमएनएस का झंडा और नारा

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मुंबई वेब डेस्क / महाराष्ट्र में बीजेपी ने नया दांव खेला है | यदि यह निशाने पर लगा तो शिवसेना की मुश्किलें बढ़ सकती है | सत्ता में आने के बाद शिवसेना की कट्टर हिंदुत्व की छवि दिनों दिन लचीली पड़ रही है | यही नहीं कांग्रेस और एनसीपी से हाथ मिलाने के बाद कई इलाकों में शिव सैनिक अपनी पार्टी से खफा है | ऐसी परिस्थितियों में एमएनएस के लिए अच्छे दिनों की शुरुआत हो रही है | हालात से वाकिफ एमएनएस अब अपना चेहरा मोहरा बदलने में जुटी है |  महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को मुंबई में पार्टी के पहले महाधिवेशन पर नया भगवा झंडा लॉन्च किया। यह वही झंडा है, जिसकी तस्वीरें दो दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। साथ ही एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को भी इस मौके पर पार्टी में शामिल किया गया है।

पार्टी के पांच रंगों के झंडे को अब एकमात्र भगवा रंग दिया गया है | यही नहीं इस झंडे में शिवाजी महाराज के शासनकाल की मुद्रा प्रिंट की गई है। झंडे पर संस्कृत में श्लोक लिखा गया है- ‘प्रतिपच्चन्द्रलेखेव वर्धिष्णुर्विश्ववन्दिता, शाहसूनो: शिवस्यैषा मुद्रा भद्राय राजते।’ पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में इस श्लोक का कार्यकर्ताओं को अर्थ भी बताया गया | झंडे को लॉन्च करने से पहले राज ठाकरे ने अपने चाचा बाल ठाकरे को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। गौरतलब है कि आज बाल ठाकरे की 94वीं जयंती है। हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में एमएनएस ने 101 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन उन्हें केवल एक सीट पर जीत मिली। एमएनएस को उम्मीद है कि अब उसके दिन फिरने वाले है | महाधिवेशन में महाराष्ट्र के कई जिलों से पार्टी कार्यकर्ता मुंबई के गोरगांव पहुंचे। यहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी के तरीकों में बदलाव करते हुए जय भवानी, जय शिवाजी के नारे लगाए। ये कार्यकर्ता भगवा रंग की टोपी पहने हुए नजर आए। एमएनएस के महाधिवेशन में पार्टी प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को सक्रिय राजनीति में उतारने की घोषणा की। राज ठाकरे लंबे समय से अपने बेटे के राजनैतिक प्रवेश के अवसर की तलाश में थे | पार्टी पदाधिकारी के नाते अमित ठाकरे कई राजनैतिक कार्य्रकमों में सक्रिय रहते थे | उद्धव ठाकरे के बेटे के मंत्री बनने के बाद अमित ठाकरे को भी अपने ठोस राजनैतिक भविष्य की तलाश है |