UP BJP President Election : को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। संगठन में जिलाध्यक्षों का चुनाव पूरा होने के बाद अब सभी की नजरें नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन पर टिकी हैं। माना जा रहा है कि भाजपा आगामी दो बड़े चुनाव—पंचायत चुनाव 2026 और विधानसभा चुनाव 2027—को ध्यान में रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष का फैसला लेगी।
संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया अब लगभग अंतिम चरण में है। सूत्रों के अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा जल्द की जा सकती है। यह पद करीब एक वर्ष से खाली है और नए अध्यक्ष के चयन को लेकर कई नामों पर गहन विचार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर भी बड़ा फैसला हो सकता है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि केंद्र से मंजूरी मिलते ही कुछ ही दिनों में पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इस बार प्रदेश अध्यक्ष का चयन केवल संगठनात्मक औपचारिकता नहीं होगा, बल्कि सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरणों को साधते हुए रणनीतिक रूप से किया जाएगा। पार्टी की कोशिश होगी कि अगला अध्यक्ष वोटरों के बड़े समूह को साध सके और चुनावी तैयारियों को मजबूत करे।
लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में भाजपा का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था, जिसके बाद मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने इस्तीफे की पेशकश की थी। अब आने वाले चुनावों को देखते हुए नया अध्यक्ष चुने जाने की संभावना और मजबूत हो गई है।
दौड़ में कई दिग्गज नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। अगर ब्राह्मण चेहरे को मौका मिलता है, तो पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा मुख्य दावेदार माने जा रहे हैं। इनके अलावा ब्राह्मण नेता हरीश द्विवेदी भी रेस में हैं। साथ ही पार्टी ओबीसी और दलित समुदाय के विकल्पों पर भी गंभीरता से विचार कर रही है।
