रायपुर | धान खरीदी के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सांसदों की बैठक बुलाई थी । जिसमें कांग्रेस के सांसद तो शामिल हुए लेकिन बीजेपी के सांसद शामिल नहीं हुए । बीजेपी ने यह कहते हुए इस बैठक का बहिष्कार कर दिया कि उन्हें निमंत्रण नहीं मिला है । लेकिन अब सरकार की ओर से सांसदों को भेजी गई सूचना पत्र को जारी किया गया है । जिसमें सांसदों के कार्यालय से रिसीव होने की बात सामने आई है । भाजपा सांसदों को सर्वदलीय बैठक की सूचना पूर्व में ही भेजी जा चुकी थी, लेकिन वो बैठक में शामिल नहीं हुए ,सर्वदलीय बैठक को लेकर बीजेपी नेताओं की पोल उनके ही सांसदों ने खोल दी । दरअसल पिछले 24 घंटे से बीजेपी ये दावा कर रही थी कि उन्हें बैठक की सूचना मिली ही नहीं है, लेकिन राज्य सरकार ने सांसदों को भेजे गये पत्र और कुछ सांसदों की उन पत्रों को लेकर रिसिविंग और जवाब को मीडिया में सार्वजनिक किया है ।
रायपुर से भाजपा सांसद सुनील सोनी द्वारा रिसीविंग किया गया पत्र भी सामने आया है । उसमें उनका हस्ताक्षर भी हैं । बता दें कि सुनील सोनी ने कहा था कि उन्हें किसी तरह का आमंत्रण पत्र नहीं मिला है । राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम को भेजे गये निमंत्रण के जवाब में लिखा गया है कि वे व्यस्तता की वजह से सांसदों की बैठक से शामिल नहीं हो पायेंगे ।
इसी तरह बिलासपुर से भाजपा सांसद अरुण साव के निज सहायक केडी वैष्णव ने पत्र 4 नवंबर को रिसीव किया गया है । पत्र में रिसीविंग समय शाम के 4ः15 लिखी गई है । साथ ही दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय बघेल, राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय, राज्यसभा सांसद मोतीलाल वोरा को भेजे गये आमंत्रण पर आफिस में मौजूद लोगों ने रिसिविंग भी दिया है । क्या कहा था बीजेपी ने – बीजेपी ने सीएम भूपेश बघेल द्वारा बुलाई गई सांसदों की बैठक का बहिष्कार किया था । रायपुर से बीजेपी सांसद सुनील सोनी ने कहा कि न तो अब तक किसी जनप्रतिनिधि का फोन आया है, न कोई सूचना आई है। कोई भी सांसद बैठक में नहीं जाएगा ।





