दिल्ली / वेब डेस्क – चुनावी वर्ष दिसंबर 2018 से दिसंबर 2019 के बीच भाजपा 5 राज्यों में अपनी सत्ता गंवा चुकी है, जिसका सीधा असर राज्यसभा में पड़ने वाला है | भविष्य में उसे राज्यसभा में बहुमत हासिल करने करने के लिए पापड़ बेलने पड़ सकते है | अभी तक बीजेपी राज्यसभा में तेजी से अपना परचम लहरा रही थी | लेकिन हाल ही में झारखंड, महाराष्ट्र और उसके पूर्व छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश में करारी हार से उसे राज्यसभा में भी नुकसान उठाना पड़ेगा | अप्रैल 2020 में राज्यसभा की 69 सीटें खाली हो रही है | अभी भाजपा के पास 83 सींटे है | जिन 69 सीटों पर चुनाव हो रहा है उसमे से इन 5 राज्यों की कुल 19 सीटे है | जिसमें से भाजपा के पास 7 ,कांग्रेस के पास 4 ,एनसीपी के पास 2 ,शिवसेना के पास 1 ,आरपीआई -आठवले के पास 1 ,आरजेडी के पास 1 ,दो निर्दलीय और एक अन्य नामांकित है | इन राज्यों में विधानसभा के गणित के हिसाब से महाराष्र्ट में भाजपा को एक सीट का फायदा हो रहा है | हरियाणा में कांग्रेस की एक सीट खाली हो रही है, यहाँ भाजपा आसानी से यहां नंबर बढ़ा सकती है | छतीसगढ़ में भाजपा और कांग्रेस के पास 1 -1 सीट है |
यहां भाजपा को मात मिल सकती है | मप्र में एक सीट के लिए 77 वोट चाहिए ,जबकि भाजपा के पास 109 है | ऐसे में यहाँ भाजपा को दो में से एक सीट गंवानी पड़ सकती है | माना जा रहा है कि राज्यसभा में कांग्रेस सांसदों की संख्या में इजाफा होगा | फ़िलहाल लोकसभा में जहां बीजेपी का दबदबा है, वहीं लगातार आधा दर्जन राज्यों में पार्टी के ख़राब प्रदर्शन का असर राज्यसभा में दिखाई देगा |