‘आनन्द शिल्पी’ लखनऊ ब्यूरो
लखनऊ :- उत्तर प्रदेश में सर्दी का मौसम अपने पूरे शबाब पर है वहीं चुनावी सरगर्मियां भी जोरों पर है। कडाके की ठण्ड के बीच दल-बदल का खेल एक दुसरे दलों के समीकरण बना और बिगाड़ रहे हैं। मुख्य राजनैतिक दल बीजेपी और सपा दोनों ही पार्टियों के नेताओं के माथे पर बल पड़ता साफ दिखाई दे रहा है। राजनैतिक गलियारों आयाराम गयाराम की राजनीति की चर्चा लोगों की जुबान पर है। ताजा घटनाक्रम में पूर्व आइपीएस अधिकारी असीम अरुण ने भाजपा में प्रवेश कर लिया है। पार्टी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह एवं केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
नौकरशाह से नेता बनी असीम अरुण ने कानून व्यवस्था की तारीफ़ की। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में कानून व्यवस्था बहुत मजबूत हुई है। इसके लिए उन्होंने योगी को धन्यवाद दिया। उधर असीम अरुण के बाद मुलायम सिंह की बहु अपर्णा यादव भी बीजेपी प्रवेश की तैयारी में हैं। जानकारी के मुताबिक अंतिम दौर की औपचारिकता पूर्ण होते ही उनका पार्टी प्रवेश तय माना जा रहा है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अपर्णा यादव एक साथ पहली बार उस वक्त चर्चा में आए थे जब मुख्यमंत्री के बुलावे पर अपर्णा यादव उनके लखनऊ स्थित गोशाले में आई थी।
सूत्रों के मुताबिक अपर्णा यादव ने बीजेपी नेताओं से मुलाकात की है और हो सकता है कि बहुत जल्द उनके बीजेपी में शामिल होने की अधिकारिक घोषणा भी हो जाए। राजनैतिक पंडितो के अनुसार अगर अपर्णा यादव बीजेपी से रिश्ता बनाती है तो BJP के ओबीसी कैटेगरी के नेताओं के सपा की तरफ पलायन थमेगा। और तो और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व पर उठे सवालों पर भी विराम लगेगा। अपर्णा यादव का सामजिक और राजनैतिक जीवन काफी सक्रिय रहा है। हालांकि वो लखनऊ कैंट विधानसभा से समाजवादी पार्टी के टिकट पर 2017 में चुनाव हार चुकी हैं। चुनाव हारने के बाद भी अपर्णा यादव लखनऊ कैंट क्षेत्र में सक्रिय रही हैं। उनकी पहचान एक सामाजिक कार्यकर्ता की भी है।
अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने की बात पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि “कोई भी भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने के लिए आएगा, उत्तर प्रदेश को मजबूत करने के लिए आएगा तो हम उसका स्वागत करेंगे। फिलहाल अभी उनके आने की हमारे पास कोई खबर नहीं है।”
उधर परिवार में फूट और पलायन के साथ पूर्व आईपीएस अफसर असीम अरुण के भाजपा में शामिल होने पर सपा सकते में है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने असीम अरुण मामले प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि ऐसे अधिकारी जो पांच साल से असीम के साथ काम कर रहे हैं उन्हें हटाया जाना चाहिए। वरना वे चुनाव को प्रभावित करेंगे। इस संबंध में चुनाव आयोग से शिकायत की जाएगी। भाजपा सरकार में मंत्री रहे दारा सिंह चौहान को सपा की सदस्यता दिलाने के बाद मीडिया को दिए गए सम्बोधन में इस मामले को लेकर अखिलेश यादव खिन्न नजर आए। फिलहाल चुनावी अखाड़े में यूपी रण दिलचस्प हो चला है।