छत्तीसगढ़ में महामाया देवी का मंदिर अब टूरिस्ट कॉरिडोर में, काशी विश्वनाथ और उज्जैन की तर्ज पर विकास का खांका, होटल, म्यूजियम और हवाई सुविधाएं होंगी विकसित…. 

0
275

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली बीजेपी की डबल इंजन सरकार अब प्रदेश को इंटरनेशनल टूरिस्ट सर्किट से जोड़ने जा रही है। इसके लिए बिलासपुर के सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू जोर-शोर से जुटे हुए है। यदि यह योजना मूर्त रूप लेती है तो बिलासपुर और रायपुर दोनों ही जिलों में विकास को नई गति मिलेगी। यही नहीं बीजेपी सरकार के लिए यह प्रोजेक्ट मील का पत्थर साबित होगा। राज्य में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए बिलासपुर स्थित रतनपुर का महामाया मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह विकसित किया जाएगा। इसकी योजना केंद्रीय एजेंसी बना रही है। इसे लेकर अधिकारियों के साथ एक बैठक केंद्रीय राज्य मंत्री और बिलासपुर के सांसद तोखन साहू ने की।

न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए सांसद साहू ने उम्मीद जाहिर की है कि जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा, बजट की कोई कमी नहीं होगी। इसके मूर्त रूप लेने से बिलासपुर के कारोबारियों के लिए उन्नति के द्वार खुलेंगे। रतनपुर में कॉरिडोर बनाने की मांग पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी सहमति प्रदान कर दी है। सांसद साहू से मुलाकात के बाद उन्होंने योजना को हरी झंडी दे दी। सांसद ने कहा कि रतनपुर का महामाया मंदिर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। ‘हमारा लक्ष्य इस पवित्र स्थल को इस तरह से विकसित करना है कि इसके समृद्ध इतिहास का सम्मान हो और देश भर में इसकी छवि बढ़े।’ 

आवासन और शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू के मुताबिक रतनपुर में महामाया मंदिर कॉरिडोर भव्य बनाने सरकार प्रतिबद्ध है। अयोध्या, काशी और महाकाल में जिस तरह से विकास के काम हुए हैं, उसी तरह 11वीं शताब्दी के महामाया मंदिर के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। दिल्ली के निर्माण भवन में मंत्री साहू ने राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) के अधिकारियों के साथ बैठक की।

इसमें प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। बताया जाता है कि आने वाले दिनों महामाया मंदिर की भव्यता, राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों की तर्ज पर नजर आएगी। यहाँ यात्री सुविधाओं और भक्तों के लिए कई होटल, धर्मशाला और अन्य जरूरतों को पूरा किया जाएगा। इस बैठक में केपी महादेवस्वामी, सीएमडी (एनबीसीसी), आरएन शिना, सीजीएम (एनबीसीसी) अपनी टीम के साथ मौजूद थे। उन्होंने प्रोजेक्ट को लेकर प्रेजेंटेशन दिया।