बिलासपुर / शहर के पचपेड़ी में 9 वर्षीय प्रियांशु के अपहरण के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल पुलिस को कन्या छात्रावास में प्रियांशु की लाश मिली है। हत्यारा उसका होने वाला जीजा ही निकला। सुबह उसके साथ घर से घूमने निकला था। आरोपी युवक ने उसकी अपहरण की झूठी कहानी बनाकर पुलिस व परिजनों को गुमराह करने की कोशिश की। कड़ाई से पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। युवक अपनी प्रेमिका से शादी नहीं करना चाहता था। किसी भी तरह से शादी टालना चाहता था इसलिए उसने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
सूरजपुर जिले का रहने वाला ओम नायक 18 वर्ष की पचपेड़ी सरपंच के बड़े भाई की बेटी से शादी लगी थी। रविवार को उनकी सगाई थी। ओम ने शादी टालने अपने होने वाले साले प्रियांशु की हत्या की योजना बनाई और सुबह 8 बजे उसे घर से बेर खिलाने की बहाने ले गया और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ डाली।
बता दें कि मृतक बच्चे की बड़ी बहन की शादी की बात चल रही थी। उसी के सिलसिले में लड़की को देखने वाले आने वाले थे। परिवार के सभी सदस्य उसकी तैयारी में लगे थे। 9 वर्षीय प्रियांशु घर के पास ही तालाब के तरफ खेलने गया हुआ था। काफी देर तक प्रियांशु नजर नहीं आया तो उसकेे पिता ने खोजबीन शुरू की। ओम ने बताया कि वह उसके साथ बंधवापारा तालाब में था। करीब 11.45 बजे वहां बाइक सवार नकाबपोश दो युवक आए। उन्होंने प्रियांशु को बुलाया और गाड़ी में बैठाकर साथ ले गए। प्रियांशु के पिता ने पचपेड़ी थाने में आकर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। आईजी रतनलाल डांगी सूचना मिलते ही पचपेड़ी पहुंच गए थे। पुलिस को ओम नायक के बयान पर संदेह था।
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ओम ने पुलिस को बताया था कि बाइक सवार प्रियांशु को बंधवापारा तालाब से भरारी की ओर लेकर गए हैं । पुलिस की एक टीम उस दिशा में जाकर आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ की पर कोई सुराग नहीं मिला। इसी तरह ओम नायक के अलावा गांव में किसी ने भी बच्चे को बाइक सवारों के साथ जाते नहीं देखा था। इसलिए ओम नायक से कड़ाई से पूछताछ की गई तो मामला सामने आ गया।