कासगंज / उत्तर प्रदेश के कासगंज में शराब माफिया ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया | वारदात में एक सिपाही की हत्या कर दी गई जबकि एक एक दरोगा घायल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी घटना का संज्ञान लेते हुए आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका या NSA) लगाने के आदेश दिए हैं। साथ ही शहीद सिपाही के आश्रित परिवार को 50 लाख की सहायता व नौकरी देने की घोषणा की है।
घटनाक्रम मंगलवार शाम की है। दरअसल कुर्की के लिए नोटिस चस्पा करने गए दारोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र कुमार को शराब माफिया मोतीराम ने पकड़ लिया। उनके साथ मारपीट की गई। सूचना मिलने पर पुलिस बल पहुंंचा। दोनों सिपाही गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत में बंधक मिले। आरोपी हिस्ट्रीशीटर मोतीराम के विरुद्ध 11 केस दर्ज हैं।उधर कासगंज में पुलिस टीम पर हमला कर सिपाही की हत्या करने वाले शराब माफिया को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। आरोपी का नाम ऐलकार है, जबकि दूसरा आरोपी फरार बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार बुधवार तड़के काली नदी की कटरी किनारे मुठभेड़ हुई। आरोपी ऐलकार गांव धीमर का रहने वाला था। मुख्य आरोपी मोती फरार है, उस पर 11 मामले दर्ज हैं। ऐलकार भी पुराना हिस्ट्रीशीटर है। उस पर भी कई मामले दर्ज हैं। कासगंज में हुई इस वारदात ने लोगों को कानपुर के बिकरू कांड की याद दिला दी। बिकरू में माफिया विकास दुबे के यहां दबिश देने गई पुलिस पर हमला कर दिया गया था। इसमें एक सीओ समेत कई पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। बाद में पुलिस ने विकास दुबे का भी एनकाउंटर कर दिया था।