
पटना। बिहार सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025 की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 22 सितंबर (सोमवार) को इस योजना का औपचारिक शुभारंभ करेंगे।
योजना के तहत मिलेगा आर्थिक लाभ
पहले चरण में 50 लाख महिलाओं के बैंक खातों में सीधे 10-10 हजार रुपये (DBT) ट्रांसफर किए जाएंगे। कुल मिलाकर 5,000 करोड़ रुपये की राशि महिलाओं को उपलब्ध कराई जाएगी।
राज्य सरकार इस कार्यक्रम को भव्य रूप में आयोजित करेगी। सुबह 11 बजे पटना में राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा, जिसका लाइव प्रसारण सभी जिलों, प्रखंडों, संकुल संघों और ग्राम संगठनों तक किया जाएगा।
- जिला स्तर: 38 जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कार्यक्रम, कम से कम 1,000 महिलाएं शामिल होंगी।
- प्रखंड स्तर: 534 प्रखंड मुख्यालयों में बीडीओ की अध्यक्षता में आयोजन, 500 महिलाएं भाग लेंगी।
- संकुल स्तर: 1,680 संकुल संघों में 200-200 महिलाएं शामिल होंगी।
- ग्राम संगठन स्तर: 70,000 ग्राम संगठनों में लाइव प्रसारण, प्रत्येक संगठन में 100 महिलाएं।
योजना का मुख्य उद्देश्य
मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार और छोटे उद्योगों के लिए पूंजी उपलब्ध कराना है। इस राशि से महिलाएं खेती, पशुपालन, सिलाई-बुनाई, हस्तशिल्प और छोटे व्यवसाय शुरू कर सकती हैं। सरकार का लक्ष्य है कि महिलाएं आत्मनिर्भर बनें और परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारें।
आवेदन की स्थिति और पात्रता
अब तक 1 करोड़ 5 लाख जीविका दीदियों ने आवेदन किया है। इसके अलावा 1 लाख 40 हजार महिलाएं स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ने के लिए आगे आई हैं।
योजना का लाभ लेने वाली महिलाएं:
- उम्र 18 से 60 साल के बीच हो।
- परिवार में कोई भी आयकर दाता या सरकारी नौकरी (नियमित/संविदा) में न हो।
- परिवार में केवल पति-पत्नी और अविवाहित बच्चे होने चाहिए।
- अविवाहित महिलाएं जिनके माता-पिता जीवित नहीं हैं, वे भी योजना का लाभ ले सकती हैं।
आवेदन प्रक्रिया:
शहरी महिलाएं जीविका की आधिकारिक वेबसाइट www.brlps.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।
ग्रामीण महिलाएं अपने ग्राम संगठन में आवेदन करेंगी।
जो महिलाएं अभी समूह से जुड़ी नहीं हैं, उन्हें पहले समूह से जुड़ना होगा।