
बिहार की राजनीति इस समय बेहद गरमाई हुई है। राहुल गांधी की यात्रा के दौरान सामने आए एक कथित वीडियो ने सियासी हलचल तेज़ कर दी है। इस वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां के खिलाफ अपशब्द कहे जाने का दावा किया जा रहा है। भाजपा ने इसे कांग्रेस और राजद से जोड़ते हुए कड़ा हमला बोला है, जबकि विपक्ष का कहना है कि जनता की नाराजगी को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस की राजनीति राहुल गांधी के नेतृत्व में “अब तक के सबसे निचले स्तर” पर पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि मोदी जी और उनकी मां के खिलाफ गाली-गलौज निंदनीय है और यह लोकतंत्र पर कलंक है।
भाजपा का विरोध और कार्रवाई
भाजपा ने इस मामले को गंभीर बताते हुए पटना के कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस को “गाली वाली पार्टी” बताया। वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इसे राजद की गुंडागर्दी करार दिया और आरोप लगाया कि कांग्रेस सत्ता की लालच में ऐसे कृत्यों को सहन कर रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने दरभंगा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का पुतला फूंककर विरोध जताया।
विपक्ष का पलटवार
विपक्ष ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि असली गाली-गलौज की राजनीति एनडीए करती है। कांग्रेस प्रवक्ता असीत नाथ तिवारी ने दावा किया कि लोग महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं, इसलिए नाराजगी मंच से झलकी। वहीं राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह तय नहीं है कि गाली देने वाले किस पार्टी से जुड़े थे।
नतीजे और चुनावी असर
इस विवाद ने बिहार की राजनीति गरमाई दी है। भाजपा का कहना है कि जनता इस अपमान को नहीं भूलेगी और चुनाव में कांग्रेस-राजद गठबंधन को सबक सिखाएगी। वहीं विपक्ष का आरोप है कि भाजपा मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है। आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका असर कितना होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।