पटना / बिहार विधानसभा चुनाव के शुरूआती रूझानों के बाद हालात एकदम पलटे हैं और एनडीए ने एक अच्छी बढ़त बना ली है। फिलहाल 103 सीटों पर आरजेडी के नेतृत्व वाला महागठबंधन आगे चल रहा है जबकि 128 सीटों पर एनडीए आगे चल रहा है। वहीं चुनाव आयोग ने जो आंकड़े जारी किए हैं उनमें भी एनडीए आगे चल रहा है। पटना में सभी दलों के दफ्तरों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बिहार विधानसभा की 243 में से 229 सीटों के अब तक प्राप्त रुझानों में भाजपा एवं राजद 61—61 सीटों पर, जदयू 51 सीटों पर, कांग्रेस 20 सीटों पर, भाकपा माले 13 सीटों पर, वीआईपी छह सीटों पर, लोजपा पांच सीटों पर, माकपा तीन सीटों पर एवं भाकपा दो सीटों पर आगे चल रही हैं वहीं, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, बसपा एवं एआईएमआईएम एक-एक सीट पर तथा निर्दलीय चार सीटों पर आगे चल रहे हैं।

उधर चुनाव आयोग ने जो आंकड़े जारी किये है उसके मुताबिक 243 सीटों में 238 सीटों के रूझान आ गए हैं और उनमें एनडीए 125 सीटों पर एनडीए आगे चल रहे हैं। बीजेपी 70, जेडीयू 48, वीआईपी 6, हम 1 सीट पर आगे चल रही है। वहीं महागठबंधन 101 सीटों पर आगे चल रहा है जिसमें से आरजेडी 62, कांग्रेस 20, लेफ्ट 19 पर आगे है। अन्य की बात करें तो बसपा 1, AIMIM 2, लोजपा 5 और निर्दलीय 4 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, बिहार में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनती दिख रही है। आयोग के मुताबिक फिलहाल बीजेपी 62 सीटों पर आगे है जबकि आरजेडी 60 सीटों को लेकर दूसरे नंबर पर है। वहीं जेडीयू तीसरे नंबर पर 49 सीटों के साथ है।

मुकेश बेगूसराय की सात सीटों में से 7 में 5 सीटों पर आरजेडी आगे चल रही है। शुरुआती रूझानों में जिस तरह से महागठबंधन ने बढ़त बनाई थी उसके बाद उतनी ही तेजी से एनडीए ने अपनी बढ़त बनाई। फिलहाल पटना स्थित बीजेपी दफ्तर भी गुलजार हो गया है। 2015 के मुकाबले इस बार गठबंधन में काफी फेरबदल है। कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) तो महागठबंधन का हिस्सा हैं लेकिन जनता दाल यूनाइटेड (JDU) इसका हिस्सा नहीं है। इस बार JDU और भाजपा एक साथ हैं जबकि 2015 में यह दोनों अलग-अलग थे। इतना ही नहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) अकेले चुनाव लड़ रही है। वहीं, RLSP ने BSP से साथ गठबंधन किया है।

2015 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ लोकजनशक्ति पार्टी (LJP), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (RLSP) के बीच गठबंधन था जबकि दूसरी तरफ जनता दल यूनाइटेड (JDU), राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस का गठबंधन था। लेकिन, इस बार समीकरण बदले हुए हैं।
