हरादून / उत्तराखंड के टनकपुर में कल शाम बड़ा रेल हादसा टल गया | पूर्णागिरि जनशताब्दी एक्सप्रेस के सामने अचानक एक जानवर आ गया | ट्रेन रोकने की कोशिश में प्रेशर पंप फट गया और ट्रेन पटरी पर उल्टी दौड़ने लगी | दहशत की वजह से यात्री चेन खींच कर ट्रेन रोकने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कामयाब नहीं हुए | ट्रेन एक के बाद एक 9 क्रॉसिंग बैरियर को पार करती जा रही थी | रेलवे अधिकारियों के मुताबिक करीब 25 किलोमीटर के बाद पटरी पर बड़े पत्थर और लकड़ी लगाकर ट्रेन को रोकने में कामयाबी मिली | ट्रेन में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं ,उन सबको बस से घर भेजने के इंतजाम किए गए | ट्रेन से यात्रा कर रहे यात्री उस वक्त उलझन पर पड़ गए, जब उन्होंने देखा कि जिस ट्रेन में वे बैठे हैं, वह उल्टी दिशा में चल रही है। कई यात्रियों को हालांकि इस गड़बड़ी का पता नहीं चल पाया, पर बहुत से लोगों ने इसे भांप लिया। बहुत कोशिशों के बाद ट्रेन रोकी गई, पर तब तक यह 35 किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी थी।
यह घटना बुधवार की है।
पूर्णागिरि जनशताब्दी एक्सप्रेस दिल्ली से उत्तराखंड के टनकपुर जिले के लिए रवाना हुई थी। चंपावत के पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के मुताबिक, शुरुआती जांच से पता चलता है कि उत्तराखंड के खटीमा-टनकपुर सेक्शन के बीच किसी जानवर को बचाने के लिए ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगाया और इसके बाद से ही ट्रेन में कोई तकनीकी खराबी आ गई, जिससे वह उल्टी दिशा में चलने लगी।ट्रेन बनबसा से उल्टी दिशा में चलने लगी और करीब 35 किलोमीटर तक इसी तरह चलती रही। बाद में खटीमा के चकरपुर में इस पर ब्रेक लगा, जो राज्य की राजधानी देहरादून से करीब 330 किलोमीटर दूर है। इस तरह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसे देखकर लगता है कि ट्रेन अच्छी खासी गति में चल रही थी। इस घटना में ट्रेन के पटरियों से उतरने या किसी यात्री के हताहत होने की सूचना नहीं है। इस बीच उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम खटीमा पहुंची है, जो घटना की जांच करेगी। उत्तर रेलवे की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यात्रियों को सुरक्षित टनकपुर पहुंचा दिया गया है, जबकि इस मामले में लोको पायलट और गार्ड को निलंबित कर दिया गया है।