NIA Raid: मोतिहारी में NIA की बड़ी छापेमारी, हिरासत में तीन लोग, PFI सरगना के गिरफ्तार होने की सूचना

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मोतिहारी: NIA Raid: एनआईए ने एक बार फिर पूर्वी चंपारण में दबिश दी है. एनआईए पटना और रांची की टीम ने शनिवार को अहले सुबह जिला के चकिया थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की है. जिला पुलिस के सहयोग से एनआईए ने चकिया के कुअवां गांव में छापेमारी कर तीन लोगों को हिरासत में लिया है. जिन्हें किसी गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है. हालांकि, एनआईए ने किस मामले में कार्रवाई की है. यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है.

पटना और रांची एनआईए की टीम की दबिश
एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पटना और रांची एनआईए की टीम ने जिला पुलिस के सहयोग से चकिया में छापेमारी की है. एनआईए तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. एनआईए ने जिला पुलिस से सहयोग मांगा था।किस मामले में छापेमारी हुई है. उसका कारण बताना मुश्किल है. पटना के फुलवारीशरीफ वाले मामले में चकिया का रियाज भी नामजद है और वह एनआईए के गिरफ्त से बाहर है. रियाज भी चकिया के कुअवां का रहने वाला है. जहां शनिवार की सुबह एनआईए ने छापेमारी कर तीन लोगों को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए तीनों का नाम बताने से पुलिस परहेज कर रही है.

एक वीडियो भी हुआ था वायरल
जिले के रास्ते देव शिला पत्थर अयोध्या जाने के दौरान पीएफआई के ट्रेनर उस्मान नाम के युवक ने अपने फेसबुक पर एक आपत्तिजनक वीडियो अपलोड किया था. उसमें उसने कई आपत्तिजनक बातें कहीं थी. इसके बाद ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. बताया जा रहा कि पीएफआई सरगना रियाज मारूफ को भी हिरासत में लेने की सूचना है. अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर को उड़ाने के लिए सोशल मीडिया से मीटिंग करने के बाद कार्रवाई हुई है. 31 जनवरी को नेपाल के जनकपुर धाम के गंडकी नदी से चले शालिग्राम पत्थर को पूर्वी चंपारण के रास्ते अयोध्या ले जाया गया था.

पूर्वी चम्पारण के चकिया होकर शालिग्राम के गुजरते समय सोशल मीडिया फेसबुक पर वीडियो कॉल कर धमकी देने का एक वीडियो सामने आया है. इसमें युवक वीडियो के जरिए राम मंदिर को लेकर धमकी दे रहा और कुछ आपत्तिजनक शब्द बोल रहा है. बता दें कि कार्रवाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. बिहार में पीएफआई को लेकर एनआईए की टीम काफी सख्त है. इस मामले में पहले भी टीम पटना में कार्रवाई कर चुकी है. इस तरह के मामलों को लेकर विपक्ष भी बिहार सरकार को लगातार घेरते नजर आते हैं.