दिल्ली वेब डेस्क / पाकिस्तान सिर्फ आतंक की फैक्ट्री नहीं चला रहा है बल्कि उसके यहां फर्जी पायलट भी बनाये जाते है | कई देशों में पायलटों को मिलने वाली सुविधाएं और अच्छे वेतन के चलते पाकिस्तान के ज्यादातर नौजवान अब पायलट बनने का सपना देख रहे है | यहां इन्हे पायलट बनाने का गोरखधंधा भी खूब फल फूल रहा है | भले ही उन संस्थानो के पास ट्रेनिंग के लिए हवाई जहाज ना हो लेकिन सामान्य ज्ञान देकर वे नौजवानों को पायलट बना रहे है | उन्हें कमर्शियल लाइसेंस भी दिया जा रहा है | इस तरह के मामले सामने आने के बाद यूरोपीय देशों ने PIA पर रोक लगा दी है | इसी तर्ज पर अब अमेरिका ने भी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की उड़ानों पर रोक लगा दी है। पायलटों के फर्जी लाइसेंस और सुरक्षा उपायों में कमी को लेकर चिंता जाहिर करते हुए अमेरिका ने पीआईए के विमानों के अपने एयरस्पेस में घुसने पर रोक का एलान किया है।
अमेरिकी अथॉरिटी ने कहा है कि ”पीआईए अपने विमानों का संचालन अमेरिका के लिए नहीं कर पाएगा।” अमेरिका अथॉरिटी ने यह भी कहा है कि पीआईए के सभी तरह के विमानों पर बैन लगाया गया है। उधर पीआईए ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय विमानन कंपनी को इस संबंध में एक ईमेल मिला है , इसमें बैन किये जाने की जानकारी दी गई है | हाल ही में यूरोपीय यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी ने पाकिस्तान सरकार की विमानन कंपनी पर छह महीने के लिए रोक लगा दी थी । ब्रिटेन ने तीन बड़े एयरपोर्ट्स पर पीआईए को बैन कर दिया है | उधर मामले के खुलासे के बाद वियतनाम ने भी अपने देश में काम कर रहे सभी पाकिस्तान पायलट्स पर रोक लगा दी है। इसी तरह मलेशिया ने भी पाकिस्तानी लाइसेंस वाले पायलटों पर अस्थायी रोक लगाई है। जबकि संयुक्त अरब अमीरात ने भी पाकिस्तानी स्टाफ की जांच शुरू कर दी है।
आतंकवाद सहित कई मुद्दों को लेकर दुनिया में अपनी खराब छवि और कुख्याति प्राप्त कर चुके पाकिस्तान के लिए यह एक और धब्बा है। कई देशों ने फर्जी और संदिग्ध लाइसेंस की वजह से पहले ही अपने एक तिहाई पाकिस्तानी पायलट्स को हटा दिया है।
बताया जाता है कि पाकिस्तान सरकार की ही जांच में उनके देश में मौजूद 860 एक्टिव पायलट में से 262 के लाइसेंस फर्जी पाए गए थे | यह भी कहा जाता है कि उन्होंने पायलट परीक्षा और प्रशिक्षण ठीक ढंग से नहीं किया | इनमें से आधे से अधिक पीआईए के पायलट थे। इसके बाद कंपनी ने 434 पायलटों में से 141 को तुरंत हटा दिया था ।
कोरोना वायरस की वजह से अभी देश-विदेश में बेहद सीमित संख्या में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही हैं। लॉकडाउन के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के दोबारा शुरू होते ही पीआईए के पायलट खतरा साबित हो सकते है | हाल ही में PIA का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 98 यात्री मारे गए। इस घटना में भी पायलट की गलती की बात सामने आई थी । उधर भारत में भी पाकिस्तान में प्रशिक्षण प्राप्त कई पायलट नौकरी के लिए हाथ पैर मार रहे है | ऐसे में यहां भी PIA को बैन किये जाने और उन पायलटों की सुध लिए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है |