रायपुर / ऑनलाइन बाजार में चर्चित अमेज़ॉन के बहिष्कार को लेकर एक बड़ा आंदोलन छेड़ा गया है | मामला अमेज़ॉन के द्वारा हिन्दू देवी देवताओं के अपमान से जुड़ा है | दरअसल टॉयलेट में उपयोग में आने वाले उपकरणों और वस्तुओं में हिन्दू देवी देवताओं की तस्वीरें प्रिंट कर देश दुनियां के बाजारों में अमेज़ॉन ने उतारा है | भगवान की तस्वीरें जानबूझ कर अपमानित करने के लिए प्रिंट कराये जाने को लेकर भारत में अमेज़ॉन का तीखा विरोध शुरू हो गया है | हिंदूवादी संगठनों, राष्ट्रवाद पर जोर देने वाले संगठनों, कई सामाजिक और स्वयं सेवी संगठनों ने अमेज़ॉन की बहिष्कार की घोषणा की है |

इन संगठनों ने भारतीय बाजार में अमेज़ॉन के खिलाफ रोक लगाने और उसके कर्ता धर्ताओं के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की है | छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी के कोडिनेटर डॉ. कुलदीप सोलंकी ने आह्वान किया है कि अमेज़ॉन का तुरंत बहिष्कार किया जाये | इस साइड के अलावा दूसरी साइड से लोग खरीदारी करे | डॉ. सोलंकी ने कहा कि अमेज़ॉन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार को हस्तक्षेप किया जाना चाहिए | विग्नहर्ता भगवान गणेश और शंकर की फोटो बनी टॉयलेट सीट और डोरमेट बिक रही है |

छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी की ओर से संयोजक डॉ कुलदीप सोलंकी ने न्यूज़ टुडे को बताया कि उनकी सोसायटी ने ऐमेज़ॉन को मेल द्वारा और कस्टमर केयर पर फोन कर हिन्दू देवी- देवताओं का इस तरह से अपमान करने पर घोर आपत्ति व्यक्त की है और ऐमेज़ॉन को 8 दिनों का टाइम दिया है कि वह यह प्रोडक्ट अपने साइट से हटाए एवं हिंदुओं की भावनाओं का अपमान करने के लिए सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना करें। अन्यथा 25/11/2020 से हम सभी हिंदू जन ऐमेज़ॉन से समान कैश ऑन डिलीवरी पर मंगवाएंगे हम समस्त देशवासी हजारों लाखों की तादाद में और उन्हें अपना विरोध व्यक्त करते हुए वापस कर देंगे। हजारों करोड़ों का नुकसान amazon को भुगतना पड़ेगा। इसके पहले छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने अगले 8 दिनों तक समस्त देशवासियों से अपील है की है कि वे अमेजॉन के कस्टमर केयर पर फोन करके अपना विरोध दर्ज कराएं।
