दिल्ली वेब डेस्क / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में मतदान से तीन दिन पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट बनाने का एलान किया। जिसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि इस ट्रस्ट में 15 टस्टी होंगे जिसमें एक दलित समाज का सदस्य होगा। वहीं योगी सरकार ने मस्जिद के लिए अयोध्या के रौनाही में पांच एकड़ जमीन दिए जाने की घोषणा की है। इन घोषणाओं के साथ ही दिल्ली विधानसभा चुनाव में शामिल तमाम विपक्षी दलों के पेट में दर्द शुरू हो गया है | वो इसे बीजेपी की चाल बता रहे है | उन्हें अंदेशा है कि मतदान के चंद दिनों पहले ऐसा ऐलान कर बीजेपी ने हिंदू समर्थक वोटों का धुर्वीकरण किया है |
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर जानकारी दी कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे जिसमें से एक ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा।। इसमें राजनीति से जुड़ा कई भी प्रतिनिधि नहीं होगा। उन्होंने इस ट्रस्ट की घोषणा करने के लिए पीएम मोदी को बधाई दी। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए न्यास बनाने की घोषणा के साथ ही योगी सरकार ने मस्जिद के लिए भी पांच एकड़ जमीन देने का एलान किया है। मस्जिद के लिए रौनाही (अयोध्या) में जमीन दी जाएगी।
पीएम मोदी ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में एक स्वायत्त ट्रस्ट बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ है। जो सुप्रीम कोर्ट के निर्देशन में राम मंदिर निर्माण का कार्य करेगा। वहीं कांग्रेस ने ट्रस्ट के एलान को लेकर सवाल उठाए। पीएम मोदी ने कहा कि ये ट्रस्ट अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण और उससे जुड़े विषयों पर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा। उन्होंने कहा कि 67.03 एकड़ भूमि इस ट्रस्ट को दे दी जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशन में राम मंदिर का निर्माण होगा। पीएम ने बताया कि राम मंदिर के लिए वृहद योजना बनाई गई है। पीएम मोदी ने कहा कि इस ऐतिहासिक क्षण में हम सभी सदस्य मिलकर अयोध्या में श्रीराम धाम के जीणोद्धार के लिए, भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए, एक स्वर में अपना समर्थन दें। इस दौरान संसद भवन में जय श्री राम के नारे भी लगे।
पीएम मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान में हर पंथ के लोग एक बृहद परिवार के सदस्य हैं। इस परिवार के हर सदस्य का विकास हो, वो सुखी, स्वस्थ रहे, समृद्ध रहे, देश का विकास हो, इसी भावना के साथ मेरी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के सिद्धांत पर चल रही है।
पीएम ने कहा कि हमारी संस्कृति, परंपराएं, हमें वसुधैव कुटुंबकम और सर्वे भवन्तु सुखिनः का दर्शन देती हैं और इसी भावना के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती हैं। नौ नवंबर को राम जन्मभूमि पर फैसला आने के बाद सभी देशवासियों ने अपनी लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर विश्वास जताते हुए बहुत परिपक्वता का उदाहरण दिया था। मैं आज सदन में देशवासियों के परिपक्व व्यवहार की प्रसंशा करता हूं।