बड़ा खुलासा : ज्योतिरादित्य सिंधिया कई महीनों से राहुल-सोनिया गांधी से मिलना चाहते थे , लेकिन नहीं मिला समय , दिल्ली-भोपाल में कमलनाथ-दिग्विजिय सिंह ने भी अनदेखी की , 22 विधायकों ने आंख मूंदकर महाराजा पर जताया भरोसा , देखे वीडियों में सिंधिया समर्थक विधायकों की दलीले 

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रिपोर्टर – मनोज सागर 

भोपाल / मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है | खुलासा हुआ है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यूँ ही बीजेपी प्रवेश नहीं किया बल्कि कांग्रेस आलाकमान के रुख से दुखी होकर उन्होंने  कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया | कांग्रेस से नाता तोड़ने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर उनके एक करीबी नेता ने बड़ा खुलासा किया है। त्रिपुरा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे और सिंधिया परिवार के करीबी प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने दावा किया कि ज्योतिरादित्य को राहुल-सोनिया गांधी से महीनों से मिलने का मौका नहीं दिया गया था ।

https://youtu.be/-LcP9R8_Vrw

प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि मुझे पता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया महीनों से राहुल गांधी से मिलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हे मिलने का मौका नहीं दिया गया। उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि अगर वे हमें नहीं सुनना चाहते थे, तो हमें पार्टी में क्यों लाया गया।

https://youtu.be/4eclBAREc-c

प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने अपनी फेसबुक पोस्ट लिख दावा किया कि मैंने देर रात ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात की और उन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने इंतजार किया और इंतजार करते रहे, लेकिन उनके द्वारा हमारे नेता को कोई भी अप्वाइंटमेंट नहीं मिली। उन्होंने यह भी लिखा कि कांग्रेस पार्टी को देखकर दुख होता है। हम सभी सोचते हैं कि अगले एक दशक में पार्टी अपने सभी युवा नेताओं को खो देगी। उधर ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से नाता तोड़ने के बाद उनके समर्थक 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है | बताया जाता है कि  भले ही जयपुर में कांग्रेसी विधायकों  ने डेरा डाल दिया हो , लेकिन टूट का सिलसिला नहीं थमने वाला | फ्लोर पर कमलनाथ सरकार की हार तय मानी जा रही है | इससे पूर्व नई सरकार में शामिल होने के लिए कई और कांग्रेसी व अन्य विधायक जोड़तोड़ में जुट गए है |