बिग ब्रेकिंग : पुडुचेरी में गिरी कांग्रेस की सरकार, विधानसभा में नारायणसामी साबित नहीं कर पाए बहुमत, मोदी, हिंदी, बेदी पर साधा निशाना

0
10

पुडुचेरी / पुडुचेरी से बड़ी खबर सामने आ रही है। पुडुचेरी में कांग्रेस पार्टी की सरकार गिर गई है। पुडुचेरी के CM नारायाणसामी के भाषण के बाद स्पीकर ने सदन में कहा कि मौजूदा सरकार बहुमत खो चुकी है। जिसके बाद नारायाणसामी ने प्रभारी LG तमिलिसाई सौंदर्यराजन को इस्तीफा सौंप दिया। बता दें कि उपराज्यपाल टी सौंदरराजन ने एक दिन का विशेष सत्र बुलाया था। जिसमें वी नारायणसामी को बहुमत साबित करना था। लेकिन नारायणसामी बहुमत साबित नहीं कर पाए और कांग्रेस सरकार गिर गई।

इस दौरान नारायणसामी ने कहा कि हमने द्रमुक और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई। उसके बाद हमने विभिन्न चुनावों का सामना किया। हमने सभी उपचुनाव जीते हैं। यह स्पष्ट है कि पुडुचेरी के लोग हम पर भरोसा करते हैं। बागी विधायकों के मसले पर वी नारायणसामी ने कहा कि विधायकों को पार्टी के प्रति वफादार रहना चाहिए। इस्तीफा देने वाले विधायक लोगों का सामना नहीं कर पाएंगे क्योंकि लोग उन्हें अवसरवादी कहेंगे। उल्लेखनीय है कि 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन वाले विधायकों की संख्या घटकर 11 रह गई है। जबकि विपक्ष के पास 14 विधायक हैं।

ये भी पढ़े : कोरोना ने एक बार फिर पकड़ी रफ्तार, इस राज्य में मिले देशभर के आधे नए केस, खाद्य आपूर्ति मंत्री भी हुए पॉजिटिव

उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि पूर्व एलजी किरण बेदी और केंद्र सरकार ने विपक्ष के साथ मिलकर सरकार को गिराने की कोशिश की। हमारे विधायक संगठित रहे, जिस वजह से हमने पांच साल निकाल दिए। केंद्र सरकार ने Puducherry के लोगों के साथ धोखा किया है, उन्होंने हमारे द्वारा अनुरोधित धनराशि नहीं दी। तमिलनाडु और पुदुचेरी में, हम दो भाषा प्रणाली का पालन करते हैं लेकिन भाजपा हिंदी को लागू करने के लिए जबरन कोशिश कर रही है।

ये भी पढ़े : शीर्ष अदालत ने कहा,संदेह कितना भी पुख्ता हो सबूत का स्थान नहीं ले सकता, आरोपी तब तक निर्दोष, जब तक उसे दोषी साबित नहीं किया जाता  

पुडुचेरी में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के दो और विधायकों ने रविवार को इस्तीफा दे दिया था, जो विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले मुख्यमंत्री वी.नारायणसामी के लिए बड़ा झटका था। कांग्रेस के विधायक के.लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई है, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक हैं। लक्ष्मीनारायणन और वेंकटेशन ने विधानसभा अध्यक्ष वी.पी. शिवकोलुंधु को उनके आवास पर अपना इस्तीफा सौंपा।