‘भाबी जी घर पर हैं’ की टीवी शो अभिनेत्री सौम्या टंडन को गोरे होने के चलते नहीं मिला इंटरनेशनल फिल्म में काम 

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एंटरटेनमेंट वेब डेस्क / दुनिया में जहां एक तरफ काले लोगों से भेदभाव होने पर बहस छिड़ी हुई है, वहीं दूसरी तरफ टीवी अभिनेत्री सौम्या टंडन का कहना है कि उनका ज्यादा गोरा रंग भी उनके करियर के लिए रुकावट पैदा कर चुका है। उन्होंने बताया है कि उनके हाथ से एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म प्रोजेक्ट सिर्फ इस वजह से निकल गया क्योंकि उनका रंग साफ है क्योंकि किसी भी अंतरराष्ट्रीय फिल्म में निर्देशक को अगर कोई भारतीय किरदार दिखाना है तो उनके हिसाब से एक भारतीय का रंग सिर्फ गेंहुआ हो सकता है।

दुनिया भर में गोरे-काले की बहस को तूल पकड़ता देख एक मल्टीनेशनल कंपनी फेयर एंड लवली ने अपने नाम से फेयर शब्द हटाने का फैसला किया है। इस फैसले से सौम्या बहुत खुश हैं। वह कहती हैं, ‘किसी गोरे इंसान को गोरा कह देने में कोई बुराई नहीं है। इसमें किसी ने उसे कोई गाली नहीं दी। मैं कहना चाहती हूं कि सभी रंग खूबसूरत होते हैं लेकिन, दुर्भाग्य सिर्फ इस बात का है कि फेयर के साथ लवली शब्द भी जोड़ रखा है। उनका मानना है कि सिर्फ गोरे लोग ही खूबसूरत हो सकते हैं। यह धारणा गलत है।’

गोरे होने का नुकसान उठा चुकीं सौम्या कहती हैं कि गोरे होने की वजह से उनके साथ भी भेदभाव किया गया है। उन्होंने बताया, ‘उन्होंने मुझे काम सिर्फ इसलिए नहीं दिया क्योंकि मैं गोरी थी और विदेशों में लोगों की धारणा है कि अगर कोई भारतीय लड़की होगी तो उसका रंग गेंहुआ ही होगा। यह बात बहुत पिछड़ी हुई सी लगती है।’

सौम्या ने आगे कहा कि ‘विदेशी फिल्मों में 99 फीसदी भारतीय मूल के लोगों को गेंहुआ ही दिखाया जाता है। कुछ समय पहले एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म मेरे हाथ से सिर्फ इसलिए निकल गई क्योंकि मैं गोरी थी और वह किरदार एक गहरे रंग वाली लड़की को मिल गया। मैं पश्चिमी निर्देशकों को बताना चाहती हूं कि भारत में हर रंग के लोग रहते हैं।’

सौम्या टंडन इस समय टीवी के धारावाहिक ‘भाबीजी घर पर हैं’ का हिस्सा हैं जिसमें उन्हें गोरी मेम कहकर बुलाया जाता है। हालांकि उनका मानना है कि निर्माताओं ने उनसे कभी नहीं कहा कि उन्हें शो में सिर्फ इसलिए रखा गया है क्योंकि वह गोरी हैं। वह कहती हैं कि कई जाने-माने फोटोग्राफर तो ऐसी मॉडल्स का चुनाव करते हैं जिन का रंग गहरा है। सौम्या ने कहा, ‘यह हम जैसी लड़कियों के लिए सही नहीं है। उन लड़कियों का क्या जो कश्मीर और पंजाब की रहने वाली हैं। वह गोरी होती हैं। इसका मतलब क्या वह भारतीय नहीं हैं?’