फरीदाबाद / कोरोना वायरस ने देश में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है | इसके संक्रमण को लेकर कोहराम मचा है | कई निजी अस्पतालों ने मरीजों को कोरोना संक्रमण के इलाज का लाखों का बिल थमा दिया है | यही नहीं संक्रमण के चलते देश में मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ते जा रहा है | लोगों में कोरोना वायरस का खौफ सिर चढ़कर बोल रहा है | लिहाजा साइबर ठगों ने इसे अपनी कमाई का जरिया बना लिया है | इस महामारी के समय में भी ये ठग भोली-भाली जनता को अपना शिकार बनाने से बाज नहीं आ रहे | देश के कई राज्यों में साइबर ठगों ने अपनी चालबाजी से लोगों के बैंक अकाउंट खाली कर दिए | कई ऐसे भी लोगों को चूना लगाया गया जिन्होंने वाट्सएप और मेल में आये मैसेजों को क्लिक किया और प्रतिउत्तर भी दिया | लिहाजा हो जाये सतर्क |
दरअसल कोरोना संक्रमण को लेकर फैली दहशत का फायदा उठाते हुए जालसाज और साइबर ठग जनता को कई तरह के लालच देकर अपने जाल में फंसा रहे है | वे कोरोना के मुफ्त उपचार, उपचार में सहायता या उपचार में हुए खर्च की प्रतिपूर्ति के नाम पर ई-मेल या मैसेज भेज कर जनता के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं | पलक झपकते ही वे उनके अकाउंट हैक कर लेते है | फिर बैंकों से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर रकम पार कर देते है | यही नहीं कई तो ऑनलाइन शॉपिंग भी कर रहे है |
उधर देश के कई राज्यों में इस तरह की घटनाये आम हो गई है | कोरोना के नाम पर साइबर क्राइम के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए राजस्थान पुलिस के बाद अब हरियाणा पुलिस भी सतर्क हो गई है | दिल्ली एनसीआर से सटे हरियाणा के फरीदाबाद की पुलिस ने इसे लेकर एडवाइजरी जारी की है | इसमें लोगों से कोरोना के मुफ्त इलाज या प्रतिपूर्ति के दावे के साथ भेजे गए लिंक को लेकर सावधान रहने और ऐसे लिंक पर क्लिक नहीं करने की अपील की गई है |
न्यूज टुडे से चर्चा करते हुए फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने कहा कि वे इस तरह के साइबर हमले से बचने के लिए जनता को लगातार आगाह कर रहे हैं | उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर भेजे गए इस तरह के किसी भी फिशिंग ई-मेल लिंक पर क्लिक न करें | ऐसा करने पर आप ठगी के शिकार हो सकते हैं | पुलिस कमिश्नर ने कहा कि साइबर अपराधी कोरोना के कारण उत्पन्न स्थिति का लाभ उठाते हुए भोलेभाले लोगों और व्यवसायियों को निशाना बनाने की जमकर कोशिश कर रहे हैं |
उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी यूजर्स की व्यक्तिगत जानकारी हासिल करने के लिए किसी भी सरकारी या गैर सरकारी अथॉरिटी के नाम-पते का उपयोग कर रहे हैं | वे जनता को झूठी जानकारी देते है कि उन्हें कोविड-19 इलाज संबंधी सरकारी सहायता का काम सौंपा गया है | उन्होंने कहा कि फिशिंग ई-मेल भेज कर ऐसे साइबर ठग की ओर से कोरोना वायरस की अनिवार्य टेस्टिंग के आदेश के बारे में यूजर्स को सूचित कर जाली लिंक पर क्लिक कर पंजीकरण करने के लिए कहते हैं | कोरोना के खौफ के चलते लोग इनके झांसे में आ जाते है |
पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने बताया कि जैसे ही यूजर्स दिए गए लिंक पर क्लिक करते हैं, वैसे ही उनकी महत्वपूर्ण व्यक्तिगत डेटा साइबर ठग के पास चला जाता है | लिहाजा लोगो को सावधान करते हुए उन्होंने कहा कि यूजर्स को असत्यापित ईमेल अटैचमेंट को डाउनलोड करने, फर्जी लिंक विशेषकर स्वास्थ्य सूचना या कोरोना वायरस से संबंधित किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए | अब आप भी हो जाये सतर्क , अपने सोशल मीडिया अकाउंट हो या फिर व्हाट्सएप , ठगों को बिल्कुल मौका न दे |