धमतरी / छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू पैर पसारने लगा है। बालोद के बाद अब धमतरी जिले में संक्रमण का नया मामला सामने आया है। यहां छाती गांव के एक पोल्ट्री फार्म में वायरस की पुष्टि हुई है। इसके बाद फार्म की सभी मुर्गियों को नष्ट कर दिया गया है। एक किलोमीटर के दायरे को संक्रमण से बचाने के लिए दवाई छिड़काव का काम जारी है। पशुधन विभाग ने बताया कि 21 जनवरी को छाती गांव के एक पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की मौत की खबर सामने आई थी। पशु चिकित्सकों की एक टीम ने वहां जाकर जांच की। उसके बाद मृत मुर्गियों के स्वेब का नमूना राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल को भेजा गया था। 25 जनवरी की देर शाम वहां से जांच रिपोर्ट मिली है, जिसके मुताबिक मृत मुर्गियों के शरीर में बर्ड फ्लू का वायरस मौजूद था।
रिपोर्ट मिलने के बाद पशुधन विभाग ने इलाके को विसंक्रमित करने की तैयारी तेज कर दी है। गणतंत्र दिवस समारोह के बावजूद विभागीय अधिकारी मंगलवार को ही छाती पहुंच कर संक्रमण की चपेट में आए फार्म हाउस की सभी मुर्गियों को गड्ढों में दफनाकर नष्ट करने का काम किया। पशु चिकित्सा सेवाएं के अपर संचालक डॉ. केके ध्रुव ने बताया कि कल करीब 300 मुर्गियों को नष्ट किया गया था। आज भी कुछ को नष्ट किया जाना है।
डॉ. ध्रुव ने बताया कि केंद्र सरकार के प्रोटोकाल के मुताबिक संक्रमित पोल्ट्री फार्म से एक किलोमीटर के दायरे में पोल्ट्री उत्पादों को नष्ट किया जाएगा। फार्म से 10 किलोमीटर के दायरे में निगरानी बढ़ाई जा रही है। पोल्ट्री उत्पादों को बाहर भेजना रोक दिया गया है। इलाके में पोल्ट्री फार्म की शिनाख़्त के लिए सर्वे जारी है। नये नमूने भी भोपाल भेजे गए है। छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू के पहले मामले की पुष्टि 14 जनवरी को हुई थी। बालोद जिले के गिधाली गांव में यह संक्रमण मिला था। इसके बाद वहां करीब 15 हजार से अधिक मुर्गियों को नष्ट किया गया है।