रायपुर : राज्योत्सव के पूर्व संध्या पर रायपुर पुलिस ने भष्ट्राचार के खिलाफ़ एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है। विभागीय जांच के बाद एक कांस्टेबल को बर्खास्त कर दिया गया है। जबकि एक विवादित कार्यवाही में शामिल अन्य 5 संदेही पुलिस कर्मियों की भी खबर ली गई है। अंदेशा जाहिर किया जा रहा है, कि उनके खिलाफ भी कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जा सकती है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ़ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। बताया जाता है, कि आईजी रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का फरमान जारी करते हुए पुलिस कर्मियों को आगाह किया है। उन्होंने साफ कर दिया है, कि अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मामला उन पुलिस कर्मियों से जुड़ा बताया जाता है, जिन्होंने जांच पड़ताल के दौरान एक कारोबारी की कार की डिक्की से दो लाख की रकम पर हाथ साफ कर दिया था। प्रकरण का खुलासा उस वक्त हुआ जब पीड़ित कारोबारी ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को हक़ीक़त से रूबरू कराया था। 19 अक्टूबर को कारोबारी ने दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल से शिकायत की थी, करीब एक सप्ताह जांच के बाद एसएसपी लाल उम्मेद सिंह ने आरक्षक प्रशांत शुक्ला को सस्पेंड कर दिया।
