रिपोर्टर_रफीक खांन
जगदलपुर – दक्षिण बस्तर में माओवादियों संगठन में चल रहे फूट को लेकर आईजी सुंदरराज पी. ने प्रेस विज्ञप्ति कर कई अहम खुलासे किए है। बस्तर पुलिस के पास विश्वसनीय सुत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार निर्दोष ग्रामीणों पर हो रही अत्याचार को लेकर आपसी विवाद में पश्चिम बस्तर डिवीजन (जिला बीजापुर) में अब तक 06 माओवादियों का सितम्बर एवं अक्टूबर 2020 में हुई हत्या कहते।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया गया कि सिर्फ आतंक के सहारे पर चलने वाले माओवादी संगठन खात्मा का प्रमुख कारण होगा आपसी गैंगवार ।
निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों की माओवादी द्वारा की गई हत्या का हो रहा चौतरफा विरोध के कारण विचलित हो गये है माओवादी संगठन। दिशाविहीन एवं नेतृत्वविहीन हो रही माओवादी संगठन में शुरू हो गई गैंगवार जैसी माहौल।
बस्तर पुलिस के पास विश्वसनीय सुत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार विगत 04-05 दिन पूर्व नक्सलियों ने ग्राम ईतावर के जंगल में गंगालूर एरिया कमेटी के सचिव दिनेश मोड़ियम निवासी पेद्दाकोरमा थाना बीजापुर और गंगालूर एरिया कमेटी के DVC मोड़ियम विज्जा निवासी मनकेली (थाना बीजापुर) के बीच विवाद हो गया था। माओवादी कमाण्डर दिनेश मोड़ियम एवं मोड़ियम विज्जा एक-दुसरे के ऊपर हमला में मोड़ियम विज्जा की हत्या की गई थी।
दक्षिण बस्तर क्षेत्र के माओवादी संगठन में निर्दोष ग्रामीणों की हत्याओं को लेकर हो रही आपसी मतभेद में विगत 01 महिने में सितम्बर एवं अक्टूबर जिला बीजापुर में अपनी संगठन की 06 कैडर्स को मार डाला। जिसकी विवरण निम्नानुसार हैः-
- DVC मोड़ियम विज्जा- पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी सदस्य
निवासी कमकेली जिला बीजापुर (रूपये 10 लाख ईनामी नक्सली) - लखु हेमला – माओवादी जनताना प्रभारी
साकिन पीड़िया थाना गंगालूर जिला बीजापुर (रूपये 03 लाख ईनामी नक्सली) - संतोष – डीएकएमएस रेंज कमेटी अध्यक्ष
साकिन कावनारगट्टा जिला बीजापुर (रूपये 03 लाख ईनामी नक्सली) - कमलू पुनेम- जनमिलिशिया कमाण्डर
पीड़िया क्षेत्र थाना गंगालूर जिला बीजापुर (रूपये 01 लाख ईनामी नक्सली) - संदीप उर्फ बुधराम कुरसम- जनमिलिशिया प्लाटून सेक्शन कमाण्डर
साकिन सावनार जिला बीजापुर (रूपये 01 लाख ईनामी नक्सली) - दसरू मण्डावी – जनताना सरकार अध्यक्ष
साकिन- डोडी तुमनार जिला बीजापुर (रूपये 01 लाख ईनामी नक्सली)
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज श्री सुन्दरराज पी. ने बताया कि निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों की माओवादियों द्वारा की गई हत्याओं का चौतरफा विरोध के कारण से आपसी मतभेद में एक-दुसरे की हत्या करने वाले माओवादी संगठन की खात्मा बहुत जल्द होगा।