ढाका, जुलाई 2025 — बांग्लादेश की सत्तारूढ़ पार्टी आवामी लीग ने गोपालगंज जिले में निहत्थे नागरिकों पर की गई हिंसक कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने इसके लिए मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राज्य बलों द्वारा उन नागरिकों को निशाना बनाया गया जिन्होंने यूनुस समर्थित नेशनल सिटिजन्स पार्टी (NCP) का समर्थन करने से इनकार किया।
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, बुधवार को गोपालगंज में प्रदर्शनकारियों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसके बाद कर्फ्यू लागू कर दिया गया। इस कार्रवाई में चार लोगों की मौत और 50 से अधिक घायल हुए। हजारों नागरिक यूनुस सरकार के कथित दमन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे।
डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद कमरुज्जमां ने बताया कि कर्फ्यू शनिवार सुबह तक प्रभावी रहेगा। वहीं, आवामी लीग ने आरोप लगाया कि आधी रात को सशस्त्र बलों द्वारा नागरिकों के घरों में ब्लॉक रेड, अवैध गिरफ्तारियां और यातनाएं दी जा रही हैं।
पार्टी का कहना है कि यूनुस सरकार धर्मनिरपेक्षता और बहुलतावाद जैसे बुनियादी सिद्धांतों को मिटाने का प्रयास कर रही है और राज्य तंत्र का दुरुपयोग कर रही है। इतना ही नहीं, पीड़ित परिवारों को एफआईआर तक दर्ज करने की अनुमति नहीं दी जा रही।
